मॉस्को में एक कॉन्सर्ट के दौरान हुए आतंकी हमले के मामले में रूस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मॉस्को आतंकी हमले में मारे गए करीब 137 लोगों की मौत का आरोप लगाया गया है. सभी आरोपियों को 22 मई तक के लिए हिरासत में भेज दिया गया है. इस बीच रूस ने संयुक्त राज्य अमेरिका के इस दावे पर संदेह जताया है कि 23 मार्च को मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट का हाथ था.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका ने दावा किया था कि मॉस्को के क्रोकस हॉल में हुई गोलीबारी के पीछे इस्लामिक स्टेट-खुरासान (ISIS-K) का हाथ था. रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने सवाल उठाया है कि क्या उंन्हें यकीन है कि क्या उन्हें यकीन है कि हमला वास्तव में इस्लामिक स्टेट द्वारा किया गया था. इसके साथ उन्होंने सवाल किया है कि सावधान... व्हाइट हाउस से एक सवाल है कि क्या आप पक्के तौर पर कह सकते हैं ये आईएसआईएस है? शायद आपको इस पर एक बार और सोच लेना चाहिए.
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रूस ने अमेरिका पर उठाए ऐसे सवाल
प्रवक्ता मारिया जकारोवा ने कहा कि अमेरिकी राजनीतिक इंजीनियरों ने अपनी कहानियों से खुद को घेर लिया है कि क्रोकस सिटी हॉल पर हमला आईएसआईएस आतंकवादी समूह द्वारा किया गया था. प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका कीव में अपने वार्डों से रोजाना बचाव कर रहा है और गैरकानूनी आईएसआईएस के आड़ में खुद को और उनके द्वारा बनाए गए ज़ेलेंस्की शासन को कवर करने का प्रयास कर रहा है. वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक जांच जारी है, रूस की ओर से आईएसआईएस के दावे पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अमेरिका के खुफिया विभाग की जानकारी पर भी कोई बयान नहीं दे सकते, क्योंकि यह संवेदनशील जानकारी है.
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