मोहम्मद यूनुस पर हटाए जा रहे सारे पुराने केस, क्यों सुनाई गई थी जेल की सजा

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Aug 12, 2024, 03:44 PM IST

शेख हसीना के कार्यकाल मे डा युनूस पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हुए थे. उन सभी मुकदमों को वापस लिया जा रहा है.

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है. जाने माने अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद युनूस उसके मुखिया बने हैं. बांग्लादेश में अभी भी हालात सामान्य होने में कुछ और वक्त लग सकता है. आपको बता दें की बांग्लादेश मे लगातार चल रहे आरक्षण विरोधी प्रदर्शन बीते 5 अगस्त को इतनी हिंसक हो गयी थी. तत्कालीन पीएम शेख हसीना को अपना पद से इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद से वो भारत मे शरण ली हुई हैं. मोहम्मद युनूस और शेख हसीना के बीच एक लंबा गतिरोध चलता रहा है. तमाम ऐसे मुद्दे थे जहां दोनों के विचारों मे काफी मतभेद हुआ करता था. शेख हसीना के कार्यकाल मे डा युनूस पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हुए थे. उन सभी मुकदमों को वापस लिया जा रहा है.

वापस लिए जा रहे मुकदमें
बंगलादेशी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2007 में जब बांग्लादेश की बागडोर जब वहां की सेना के सहयोग से चल रही सरकार के पास था और उस समय शेख हसीना जेल मे बंद थी, तभी उन्हें खबर मिलती है कि मुहम्मद युनूस एक राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा कर रहे हैं. ये बात शेख हसीना को नागवार गुजरी. तभी से उन दोनों के बीच गतिरोध शुरू हो गया था. द डेली स्टार मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में उन्होंने शपथ ली है. उसके बाद रविवार को मोहम्मद यूनुस को भ्रष्टाचार निरोधक आयोग द्वारा एक भ्रष्टाचार मामले में बरी कर दिया गया है.

इसी साल सुनाई गई 6 महीने की जेल की सजा
आपको बताते चलें की इससे पहले मोहम्मद युनूस को बांग्लादेश के श्रम कानूनों के उल्लंघन के मामले मे भी बरी किया जा चुका है. इस मामले मे मोहम्मद युनूस को इसी साल जनवरी में 6 महीने की जेल की सजा भी सुनाई गई थी. ढाका के विशेष न्यायाधीश कोर्ट-4 के न्यायाधीश मो रबीउल आलम ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग द्वारा अदालत में दायर आवेदन को स्वीकार कर लिया, जिसमें दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 494 के तहत मामले के अभियोजन को वापस लेने की मांग की गई थी. 

भारत बांग्लादेश सीमा पर बढ़ाई गई सुरक्षा
बंगालदेश मे अल्पसंख्यक समूहों पर लगातार हो रहे हमले को देखते हुए भारत बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा और बढ़ा दी गयी है. बीएसफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी लगातार हालात पर नज़र बनाए हुए हैं. बीते कुछ दिनों मे सीमा पर हजारों बंगलादेशी हिन्दू भारत आने की गुहार लगाते नजर आ रहे थे जिन्हे सूरक्षा बालों द्वारा बापस भेज दिया गया था. गौरतलब हो की मोहम्मद युनूस के अंतरिम सरकार के मुखिया बनने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बधाई संदेश मे उन्होने बांग्लादेश मे हिंदुओं पर हो रहे लगातार हमले को लेकर चिंता व्यक्त किए थे.

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