डीएनए हिंदी: साल 2008 में मुंबई में हुए 26/11 हमले के मास्टरमाइंड साजिद मीर (Sajid Mir) को पाकिस्तान में गिरफ्तार किया गया है. हैरानी की बात यह है कि पाकिस्तान खुद ये दावा करता रहता है कि साजिद मीर तो बहुत पहले ही मर चुका है. अमेरिका की एफबीआई (FBI) की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल आतंकी साजिद मीर पर आरोप है कि उसने मुंबई में हुए हमलों (Mumbai Attacks) को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी. पाकिस्तान सरकार लगातार यह कहती रही थी कि साजिद मीर पाकिस्तान में है ही नहीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी साजिद मीर को गिरफ्तार करके पाकिस्तान यह दिखाना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ है और कार्रवाई भी कर रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े साजिद मीर को पाकिस्तान में 15 साल की सजा भी सुनाई गई है. यह फैसला पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने सुनाया है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस खबर की पुष्टि नहीं की जा रही है.
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Sajid Mir कौन है?
साजिद मीर एक आतंकवादी है जिसका नाम कई घटनाओं में आ चुका है. उस पर अमेरिका की एफबीआई ने 5 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा है. अमेरिका और भारत जैसे देश इस आतंकी को पिछले एक दशक से खोज रहे हैं. साजिद मीर संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है कि इसने डेविड कोलमैन हेडली समेत बाकी आतंकवादियों के साथ मुंबई में आतंकवादी हमला करने की प्लानिंग की थी. इसे लश्कर सरगना हाफिज मोहम्मद सईद का बेहद खास माना जाता है.
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इस तरह की कार्रवाई करके पाकिस्तान यह दिखाना चाहता है कि वह आतंकवाद के खिलाफ काम कर रहा है. इस गिरफ्तारी को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की प्लानिंग कहा जा रहा है. पाकिस्तान जून 2018 से ही FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल है. ऐसे में पाकिस्तान की कोशिश है कि वह दिखा सके कि आतंकवाद के खिलाफ खुलकर काम कर रहा है.
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