डीएनए हिंदी: साल 1969 में 20 जुलाई को नील आर्म स्ट्रॉन्ग ऐसे पहले शख्स बने जिन्होंने चांद की धरती पर पैर रखा था. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने 1968 से 1972 के बीच कुल 24 अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजा था. इसके लगभग 50 साल बाद अमेरिका एक बार फिर से चांद पर इंसानों को भेजने वाला है. Artemis 2 चंद्र मिशन साल 2024 में भेजा जाएगा. NASA ने इसके लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन भी कर लिया है. इसमें एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं.
NASA ने सोमवार को उन चार अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा की जो अगले साल के अंत तक चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगाकर धरती पर वापस लौटेंगे. इन अंतरिक्ष यात्रियों में एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं. इनमें यात्रियों में तीन अमेरिकी और एक कनाडाई हैं. इन भावी अंतरिक्ष यात्रियों के नाम की घोषणा ह्यूस्टन में एक कार्यक्रम के दौरान की गई.
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चांद का चक्कर लगाकर लौट आएंगे यात्री
गौरतलब है कि 'अपोलो मिशन' के लगभग 50 साल से ज्यादा समय के बाद कोई इंसान चंद्रमा तक जाएगा. अपोलो मिशन के दौरान, नासा ने 1968 से 1972 तक 24 अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजा था. चार अंतरिक्ष यात्री नासा के 'ओरियन कैप्सूल' से उड़ान भरने वाले पहले व्यक्ति होंगे, जो 2024 के अंत से पहले केनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किए जाने वाले रॉकेट की मदद से चांद तक जाएंगे.
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NASA ने बताया कि इन चार अंतरिक्ष यात्रियों में अमेरिका की क्रिस्टीना कोच, कनाडा के जेरमी हेनसन, अमेरिकी नागरिकों विक्टर ग्लोवर और रिड वाइसमैन शामिल हैं. इनमें से हेनसेन को छोड़ बाकी पहले भी अंतरिक्ष में जा चुके हैं. ये अंतरिक्ष यात्री चांद की कक्षा में नहीं जाएंगे बल्कि चांद के चारों चक्कर लगाएंगे और इसके बाद धरती पर वापस आ जाएंगे. ग्लोवर ने कहा, 'यह एक बड़ा दिन है. हमारे पास जश्न मनाने के लिए बहुत कारण हैं.'
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