America ने हड़काया तो North Korea ने लॉन्च कर दी सबसे शक्तिशाली ICBM Hwasong-19 मिसाइल, इतने हजार किमी ...

Written By राजा राम | Updated: Nov 01, 2024, 06:48 PM IST

उत्तर कोरिया ने "ह्वासोंग-19" नामक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया, जो अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान में चिंता का कारण बन गया है. किम जोंग उन की निगरानी में हुए इस परीक्षण ने वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है.

उत्तर कोरिया ने एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया है, जो किसी भी उत्तर कोरियाई मिसाइल के लिए अब तक के सबसे खतरनाक परीक्षणों में से एक है. उत्तर कोरिया ने इसे दुनिया की सबसे ताकतवर और खतरनाक मिसाइल होने का ऐलान किया है. इसके बाद से अमेरिका समेत दक्षिण कोरिया और जापान की चिंता बढ़ गई है.  रक्षा मामलों के जानकार इस परीक्षण को अमेरिका में होने वाले चुनाव से जोड़कर भी देख रहे हैं. ये परीक्षण गुरुवार सुबह किया गया.  

किम जोंग उन की निगरानी में हुआ परीक्षण
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी KCNA के अनुसार, इस मिसाइल को ‘ह्वासोंग-19’ नाम दिया गया है, जिसे उत्तर कोरिया की सबसे शक्तिशाली मिसाइल माना गया है. किम जोंग उन ने इस परीक्षण की निगरानी की और इसे दुश्मनों के लिए एक उचित सैन्य प्रतिक्रिया बताया. बताते चलें कि किम आए दिन अपने सैनिकों का उत्साह बढ़ाते रहे हैं. 

ICBM की उन्नत क्षमताएं
जापानी रक्षा अधिकारियों ने बताया कि ‘ह्वासोंग-19’ ने लगभग 86 मिनट तक उड़ान भरी और 7,000 किलोमीटर (4,350 मील) की ऊंचाई पर पहुंचने में सफल रही. यह मिसाइल 1,000 किलोमीटर (620 मील) की दूरी तय कर चुकी है.  इसके साथ ही, यह उत्तर कोरिया की रणनीतिक मिसाइल क्षमता को मजबूत करती है, जिससे यह अमेरिका की मुख्य भूमि को भी निशाना बना सकती है. 

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विदेशी विशेषज्ञों की आशंकाएं
हालांकि, कई विदेशी विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया की इस मिसाइल में कुछ तकनीकी खामियां हैं. उनका कहना है कि उत्तर कोरिया के पास ऐसी मिसाइलें हो सकती हैं जो दक्षिण कोरिया को निशाना बना सकें, लेकिन अमेरिका की मुख्य भूमि पर परमाणु हमला करने की क्षमता अभी भी संदिग्ध है. इन विशेषज्ञों का सुझाव है कि उत्तर कोरिया को अपनी मिसाइलों के एल्टिट्यूड कंट्रोल और गाइडेंस सिस्टम में सुधार की आवश्यकता है. 

अमेरिका के लिए चिंता का विषय
उत्तर कोरिया के बढ़ते सैन्य परीक्षणों के बीच, रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ती नजदीकी भी अमेरिका के लिए चिंता का कारण है.  रिपोर्ट्स के अनुसार, किम जोंग उन ने कई हजार सैनिकों को यूक्रेन के मोर्चे पर भेजा है, जिससे यह संभावना है कि उत्तर कोरिया रूस से लंबी दूरी की मिसाइलों के लिए बेहतर तकनीकी सहायता मांग सकता है. रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते संबंध अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए चिंता का विषय बन सकते हैं. 

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