डीएनए हिंदी: पाकिस्तान में एक शख्स केवल इसलिए मशहूर था क्योंकि उसका परिवार देश के सबसे बड़े परिवारों (Pakistan Biggest Family) में से एक था. इस शख्स ने अपनी लाइफ में 6 शादियां की थीं और उसके टोटल 54 (6 Wives & 54 Children) बच्चे हैं. इस शख्स का नाम अब्दुल मजीद (Abdul Majeed) है. यह शख्स का नाम एक बार फिर चर्चा में आया है क्योंकि अब्दुल की मौत हो गई है. हार्ट अटैक (Heart Attack) के चलते डॉक्टर उसे नहीं बचा सके. ऐसे में अब्दुल अपने पीछे एक बड़ा परिवार छोड़ गए हैं. दिक्कत यह है कि अब परिवार के ऊपर दुखों और परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है. इस शख्स के परिवार की स्थिति इतनी बुरी हो गई है कि बच्चों के खाने तक के लाले पड़ गए हैं.
बता दें कि अब्दुल मजीद एक ट्रक ड्राइवर थे. उनका एक बड़ा परिवार है. उनकी 6 पत्नियां और 54 बच्चों हैं. उनकी मौत 75 साल की उम्र में हुई थी. वे पाकिस्तान के नौशकी जिले के रहने वाले थे. उनकी मौत के बाद उनके बेटे ने शाह वली ने बताया है कि अब्दुल अपने इंतकाल के 5 दिन पहले भी ट्रक चला रहे थे. अब्दुल अपने पूरे परिवार का पेट पालते थे लेकिन उनके हार्ट अटैक (Abdul Majeed Heart Attack) ने परिवार को मुसीबत में डाल दिया है. उनके बेटे ने बताया कि अब्दुल के कई बच्चे पढ़े लिखे भी हैं लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है जो कि परिवार के लिए सबसे बड़ी परेशानी है.
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महीने भर की थी कितनी कमाई
बता दें कि अब्दुल शुरू से ही ट्रक चलाने का काम करते थे और इसके दम पर ही अपने परिवार का पेट पालने की मशक्कत करते थे. उनके बेटे ने बताया है कि अब्दुल हर महीने 20 से 25 हजार रुपये कमा लेते थे लेकिन यह पैसा भी काफी कम पड़ता था. उनके सबसे बड़े बेटे का नाम अब्दुल वली है जिसकी उम्र करीब 37 साल है. अब्दुल वली ने बताया कि वे भी ट्रक ही चलाते हैं. बता दें क 2017 में अब्दुल की 4 पत्नियां थीं और 42 बच्चे थे. जानकारी के मुताबिक उनकी दो पत्नियां और 12 बच्चों की मौत हो गई है.
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10 बच्चे नहीं जा पाए स्कूल
आपको बता दें कि अब्दुल ने 18 साल की उम्र में पहली शादी की थी. फिलहाल उनके 22 लड़के और 20 लड़कियां हैं. अहम बात यह है कि इनमें से ज्यादातर बच्चे अभी 15 साल से भी कम उम्र के ही है. रिपोर्ट्स तो यह भी बताती हैं कि अब्दुल के करीब 10 बच्चे तो कभी स्कूल जा ही नही पाए थे. उन्होंने बताया भी था कि वे बहुत गरीब हैं और अपने बच्चों को दूध तक नहीं पिला पाते हैं. इसके चलते ही उनके कई बच्चों का कम उम्र में ही इंतकाल हो गया था.
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