डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के बलूचिस्तान (Balochistan) में चीनी इंजीनियरों के काफिले पर हमला हुआ है. इस हमले में 4 चीनी नागरिकों समेत कई लोगों के मारे जाने की खबर है. इस हमले को बलूच लिब्रेशन आर्मी आतंकी संगठन ने अंजाम दिया है. यह हमला रविवार को ग्वादर के फकीर ब्रिज के पास हुए. जिसमें पाकिस्तान आर्मी के दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं. पाकिस्तान की ओर इस इस हमले की पुष्टि की गई है.
द डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, सेना का एक काफिला चीनी इंजीनियरों को लेकर पाकिस्तान के दक्षिणपूर्व स्थित ग्वादर पोर्ट ले जा रहा था. तभी घात लगाकर बैठे बीएलए के आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. इस फायरिंग में सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को ढेर कर दिया, जबकि अन्य भागने में कामयाब रहे. इसमें पाक सेना के दो जवानों को भी गोली लगी. इस हमले के बाद ग्वादर को पूरी तरह अलर्ट पर कर दिया गया है. सेना ने पूरे इलाके को घेर रखा है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
BLA का 13 लोगों को मारने के दावा
बलूच लिबरेशन आर्मी ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और दावा किया कि उसने हमले में 4 चीनी इंजीनियरों और 9 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है. दरअसल, बलूचिस्तान में लंबे समय से पाकिस्तान से अलग होने का आंदोलन चल रहा है. चीनी लोग इस संगठन के निशाने पर तब से हैं जब उन्होंने बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन पाकिस्तान सरकार से अनुमति के बाद शुरू कर दिया.
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के मुताबिक, इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन शुरू किया गया है. मारे गए आतंकियों के पास से सुसाइड जैकेट सहित हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद हुए हैं. आईएसपीआर ने कहा कि 24 वर्षीय सिपाही मुहम्मद शोएब गोलीबारी में शहीद हो गए हैं.
यह भी पढ़ें: तिरंगे पर नहीं माना मौलाना का फतवा, 3 मुस्लिम लड़कों को पीना पड़ा जहर, जानें पूरी बात
इस साल अब तक मारे गए 389 लोग
थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज के मुताबिक, पाकिस्तान में बीते छह महीने में आतंकवादी और आत्मघाती हमलों में लगातार वृद्धि देखी गई है. जिसमें अब तक 389 लोग जान गंवा चुके हैं. वहीं 12 जुलाई को बलूचिस्तान के झोब और सुई इलाके में अलग-अलग सैन्य अभियानों में पाकिस्तानी सेना के 12 सैनिक शहीद हो गए. इस साल आतंकवादी हमलों से सेना में एक दिन में मरने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.