डीएनए हिंदी: पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा इलाका एक बार फिर आत्मघाती हमलों से दहल गया है. इस बार यह हमला पुलिस को निशाना बनाकर किया गया है. इससे पहले भी इस इलाके में पुलिस पर हमले हुए हैं. सुरक्षा के लिहाज से यह पाकिस्तान का संवेदनशील इलाका है और इस इलाके में आतंकी हमले कई बार हो चुके हैं. कुछ समय पहले भी इसी इलाके में मस्जिद को निशाना बनाया गया था. शुक्रवार के दिन हुए हमले में कम से कम पांच पुलिसकर्मी की मौत हो गई है. इनके अलावा 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में पुलिसकर्मियों के अलावा कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हैं. धमाका जिले के टैंक अड्डा के पास डेरा इस्माइल खान के स्थानीय बाजार में हुआ है.
पाकिस्तान की मीडिया से आ रही जानकारी के मुताबिक, विस्फोटक सामग्री को एक मोटरसाइकिल से फिक्स किया गया था. इस आतंकी हमले में अब तक की रिपोर्ट से ऐसा लग रहा है कि निशाना पुलिस वैन ही थी. धमाका काफी जोरदार था और बहुत तेज आवाज हुई थी. घटना के बाद चारों ओर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था और जुमे का दिन होने की वजह से काफी संख्या में लोग बाहर भी निकले हुए थे. फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है.
यह भी पढ़ें: 'सभापति से मिलो और माफी मांगो,' SC ने राघव चड्डा से क्यों कहा ऐसा
बचाव और राहत कार्य जारी
धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है और पुलिस ने पूरे क्षेत्र को सील कर दिया है. लोगों से घर में ही रहने की ही अपील की गई है. फिलहाल आपदा प्रबंधन, मेडिकल और पुलिस टीम मिलकर राहत और बचाव कार्य को अंजाम दे रहे हैं. पुलिस विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है. हम मामले की जांच कर रहे हैं और इसके पीछे के दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा. अभी तक किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है.
खैबर पख्तूनख्वा में सक्रिय हैं कई आतंकी संगठन
पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा इलाके में पिछले कई सालों में तालिबान समेत कई और आतंकी संगठन भी अपना बेस बना रहे हैं. पिछले साल नवंबर में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) न सरकार के साथ अपना संघर्ष विराम समाप्त करने का ऐलान किया था. हालांकि इसके बाद इसी संगठन ने पाकिस्तान में विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ाया है. खैबर पख्तूनवा तहरीक तालिबान पाकिस्तान का गढ़ माना जाता है.
यह भी पढ़ें: सांप की तस्करी में बुरे फंसे एल्विश यादव, क्या हैं इससे जुड़े नियम-कानून?
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.