रोटियों के पड़े हैं लाले और भारत पर करेंगे परमाणु हमला, शहबाज सरकार को केंद्रीय बैंक ने दिखाया आईना

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 24, 2022, 11:06 PM IST

पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है. इसके बावजूद पाकिस्तानी सरकार भारत से टकराव लेने की कोशिश करता रहता है.

डीएनए हिंदी: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. इसके बावजूद पाकिस्तान भारत के साथ टकराव बनाए हुए हैं. हाल ही में पाकिस्तान की शहबाज सरकार की मंत्री ने दावा किया था कि वे भारत पर परमाणु हमला कर सकते हैं. खाने के लाले पड़ने के बीच पाकिस्तान की स्थिति को लेकर वहां के केंद्रीय बैंक ने आईना दिखाया है और कहा है कि सरकार वित्तीय स्थिति को संभालने पर खास ध्यान नहीं दे रही है. 

दरअसल, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने हाल ही में जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय अनुभव ने बार-बार बताया है कि जो देश कीमत और वित्तीय स्थिरता को दांव पर लगाकर वृद्धि को प्राथमिकता देते हैं, वे वृद्धि को बरकरार नहीं रख पाते हैं. पाकिस्तान सरकार इसके बावजूद आर्थिक हितों को ध्यान में न रखते हुए एक के बाद एक फैसले ले रही है. पाकिस्तान में विदेशी मुद्रा भंडार लगातार खतरे के निशान से नीचे बना हुआ है.

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बता दें कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पड़ोसी देश भारत से रिश्ते सुधारने की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर संबंधों को और बिगाड़ आए हैं जिसके चलते आंतरिक तौर पर बिलावल भुट्टो की भी खूब आलोचना की जा रही है. 

एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय बैंक ने कहा है कि ऐसी स्थिति में देशों को बार-बार आर्थिक वृद्धि के बाद आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है. गौरतलब है कि पाकिस्तान इस समय गहरे नकदी संकट से जूझ रहा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली वर्तमान सरकार ने वित्त वर्ष 2023 के लिए वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने से परहेज किया है.

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इसके बावजूद वह वित्तीय और मूल्य स्थिरता लाने में विफल रही है। एसबीपी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023 में वृद्धि दर तय लक्ष्य के मुकाबले कम होगी. इस तरह वृद्धि दर 3-4 फीसदी से कम रह सकती है.

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