डीएनए हिंदी: पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के बीच 1.1 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए कर्मचारी स्तर पर कोई सहमति नहीं बन पाई है. पाकिस्तान को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. पाकिस्तान को दिवालिया होने से बचाने के लिए यह पैकेज काफी जरूरी था लेकिन बेल आउट पैकेज पर कोई राहत नहीं मिल पाई.
10 दिन की वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच पैकेज को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई. वाशिंगटन स्थित आईएमएफ ने कहा कि आगामी दिनों में यह वार्ता वर्चुअल माध्यम से जारी रहेगी. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तीन अरब डॉलर से भी कम रह गया है.
पाकिस्तान को आर्थिक रूप से धराशायी होने से बचने के लिए इस समय वित्तीय मदद और आईएमएफ से राहत पैकेज की बहुत ज्यादा जरूरत है. नौवीं समीक्षा फिलहाल लंबित है और इसके सफलतापूर्वक पूरा होने पर अगली किस्त के रूप में 1.1 अरब डॉलर जारी होंगे.
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घबरा रहे हैं पाकिस्तान के मंत्री
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार के नेतृत्व में मंत्रालय का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है. वह अपने देश की बात तक मजबूती से नहीं रख पा रहे हैं. दुनिया में पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और वहां के वित्तमंत्रालय पर भरोसा कम हुआ है. पाकिस्तान के बाजार बुरी तरह से लुढक रहे हैं. अब तक निवेशकों को भरोसा था कि IMF मदद करेगा लेकिन पाकिस्तान को झटका लग गया है. इशाक डार देश की हालत पर घबराए हुए हैं.
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मदद के लिए तैयार नहीं है दुनिया
पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर है. IMF और दुनिया के कई दिग्गज देशों ने भी पाकिस्तान का हाथ छोड़ दिया है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच रहा है. (इनपुट: भाषा)
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