डीएनए हिंदी: पाकिस्तान (Pakistan) आर्थिक बदहाली की कगार पर खड़ा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जबसे पाकिस्तान की संभाली है, तब से ही देश की अर्थव्यवस्था चौपट गई है. अब खराब आर्थिक नीतियों की वजह से शहबाज शरीफ ट्रोल हो रहे हैं. पाकिस्तान की मदद करने से दुनिया के सारे देश हाथ पीछे खींच रहे हैं.
पाकिस्तान की अब नजर सिर्फ इंटनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) पर टिकी है. IMF से पाकिस्तान चाहता है कि 1.7 अरब का लोन मिल जाएगा. अगर पाकिस्तान को लोन मिल भी जाए तो उसे भरने में पाकिस्तान की कई सरकारें बीत जाएंगी.
IMF के सामने कटोरा लेकर खड़ा है पाकिस्तान
पाकिस्तानी मीडिया सरकार को बदहाली पर घेर रहा है. पाकिस्तान के दिग्गज पत्रकार बिलाल लखानी ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून में लिखा है कि जब पूरी दुनिया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर बढ़ रही है, तब पाकिस्तान IMF से भीख मांग रहा है.'
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जनता पर टैक्स का बोझ लाद रही पाकिस्तान सरकार
पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि वह IMF की सभी शर्तें मानने के लिए राजी हो गया है. पाकिस्तान इसके लिए पाकिस्तानों पर भीषण टैक्स लगा रहा है. बीते दिनों वित्त मंत्री इशाक डार ने 170 अरब जुटाने के लिए टैक्स बढ़ाने के लिए संसद में मिनी बजट तक पेश कर दिया. पाकिस्तान की बदहाली के पीछे खुद वहां की खराब आर्थिक नीतियां जिम्मेदार हैं.
क्या है पाकिस्तान का हाल?
पाकिस्तान के रक्षामंत्री ने ख्वाजा आसिफ ने भी कबूल किया है कि पाकिस्तान डिफॉल्ट नहीं हो रहा, बल्कि हो चुका है. हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इमरान खान की वजह से आतंकवाद पाकिस्तान में फिर से लौट रहा है. इमरान खान ने ऐसा खेल खेला है कि आतंकवाद हमारा मुकद्दर बन गया है. मौजूदा स्थिति के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम एक दिवालिया देश के निवासी हैं.
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