पाकिस्तान चुनाव के वे चेहरे, जिन पर टिकी है देश की सियासी बागडोर

Written By अभिषेक शुक्ल | Updated: Feb 08, 2024, 07:13 AM IST

Pakistan Election 2024: इमरान खान, नवाज शरीफ और बिलावल भुट्टो.

पाकिस्तान की सियासत में तीन प्रमुख पार्टिया हैं. असली लड़ाई, पाकिस्तान मुस्लम लीग नवाज, पाकिस्तान पीपल्स पार्टी और तहरीक-ए-इंसाफ के बीच है.

Pakistan Elections 2024: पाकिस्तान के आम चुनावों के लिए वोटिंग आज (गुरुवार) को हो रही है. पाकिस्तान की सियासत इन दिनों तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों के इर्दगिर्द घूम रही है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बीच ही असली सियासी लड़ाई है.

तीनों पार्टियों की बागडोर जिनके हाथ में है, उनमें से दो बड़े राजनीतिक परिवारों से आते हैं, वहीं तीसरे ने अपनी सियासी जमीन खुद तैयार की है. एक क्रिकेटर से पाकिस्तान की राजनीति में छा जाने वाले धुरंधर इमरान खान, इस सियासत में बेहद नए हैं.

आइए जानते हैं पाकिस्तान की सियासत के वे चेहरे कौन-कौन से हैं, जिनके इर्दगिर्द ही पाकिस्तान की आवाम को अपना सियासी भविष्य चुनना है. इन पार्टियों के नेता, भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से जूझे हैं, जेल की हवा खाए हैं लेकिन चुनावी समर में भाग्य आजमाने उतर पड़े हैं.

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नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) पाकिस्तान की बड़ी सियासी पार्टी है. इस पार्टी ने पाकिस्तान की राजनीतिक दिशा तय की है. इस पार्टी के दो पूर्व प्रधानमंत्री चुनावी समर में हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ इस पार्टी के कर्ता-धर्ता हैं. वे बी चुनाव के बड़े चेहरे हैं, जिनकी लोकप्रियता से विपक्षी पार्टियां डररती हैं.

बिलावल भुट्टो और आसिफ अली जरदारी 
बिलाव अली भुट्टो और आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान की राजनीति के चर्चित रहे हैं. इनकी पार्टी पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (PPP) नवाज शरीफ के गठबंधन की पार्टी है. बिलावल भुट्टो अभी युवा हैं और इतना बड़ा जनाधार उनके पास नहीं है कि वे अपने दम पर पाकिस्तान की सियासत में आ जाएं. 

बिलावल भुट्टो की मां बेनजीर भुट्टो, भारत के साथ अच्छे रिश्तों की हिमायती रहीं लेकिन बिलावल पाकिस्तानी सियासत से बाहर नहीं निकल पाते हैं. पाकिस्तान की दूसरी पार्टियों की तरह बिलावल भुट्टो पर भी परिवारवादी बैकग्राउंड से आने का ठप्पा लगा है. उनकी क्षमता पर लोग सवाल उठाते रहे हैं. अगर नवाज शरीफ जीतते हैं तो इन्हें कैबिनेट में कोई बड़ा मंत्रालय दिया जा सकता है.

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इमरान खान, पाकिस्तानी सियासत के मारे, कैसे लड़ेंगे बेचारे
इमरान खान, प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं. उन्होंने हाल के दिनों में खुद को पाकिस्तान का सबसे लोकप्रिय राजनीतिक चेहरा साबित किया है. उनकी जनसभाओं में जिनती भीड़ होती है, उतनी किसी के भी जनसभा में नहीं होती.

इमरान खान की पार्टी का नाम पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) है. इमरान खान 4 मामलों में सजायाफ्ता हो चुके हैं, इसलिए सियासी लड़ाई से बाहर हैं. वे पाकिस्तानी चुनाव में भाग नहीं ले रहे हैं, न ही किसी सार्वजनिक पद ग्रहण करने के योग्य हैं. उनकी पार्टी सियासी मैदान में है, अगर उन्हें जीत मिलती है तो हो सकता है कि वे फिर से पाकिस्तान की सत्ता में वापसी करें.

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