Pakistan Floods ने मचाई भीषण तबाही, दाल-रोटी के लिए भी तरस जाएगा आधा पाकिस्तान

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 15, 2022, 04:46 PM IST

बाढ़ से बेहाल है पाकिस्तान

Pakistan Floods Latest Update: पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से ऐसे हालात हैं कि अगर तत्काल कोई इंतजाम नहीं किया गया तो आधी आबादी को भूखे मरना पड़ेगा.

डीएनए हिंदी: बीते कई दशकों में सबसे भयावह बाढ़ (Floods) से जूझ रहे पाकिस्तान के सामने एक नया संकट सामने आने वाला है. एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि अगर देश भर में बाढ़ के चलते बाहर से खाने-पीने की चीजें मंगाकर खाद्य आपूर्ति (Food Supply) की व्यवस्था नहीं की गई तो आधे पाकिस्तान को अकाल का सामना करना पड़ सकता है. अभी भी पाकिस्तान में लाखों लोग बेघर हो चुके हैं और उनमें से कइयों को खाने-पीने की चीजों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र समेत कई देश पाकिस्तान की मदद के लिए आगे आए हैं.

समा टीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा और अनुसंधान मंत्रालय की एजेंसियों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ ने पाकिस्तान की खाद्य आपूर्ति को कम से कम 70 प्रतिशत नष्ट कर दिया है. इसका मतलब है कि देश की आबादी को अकाल से बचाने के लिए खाद्य सामानों का जल्द ही आयात किया जाना चाहिए.

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कई राज्यों में 95 प्रतिशत फसल हो गई खराब
स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिंध और बलूचिस्तान में सरकार की ओर से किए गए शुरुआती आकलन के मुताबिक, करीब 95 फीसदी फसल बाढ़ से पूरी तरह नष्ट हो गई है. इस बीच पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में करीब एक तिहाई फसल बाढ़ से बह गई. जिसके चलते पाकिस्तान में लगभग चार करोड़ लोगों को भोजन की कमी का सामना करना पड़ सकता है.

खाद्य एजेंसियों के अनुसार, खाने की कमी को खत्म करने और लोगों की जान बचाने के लिए तत्काल उपायों की आवश्यकता है. आपदा और उपज के नष्ट हो जाने से फलों, सब्जियों और अन्य मूल खाद्य चीजों की कीमतें भी आसमान छू रही हैं. सप्लाई चेन को बहाल करने के लिए, देश को गेहूं, दाल, मसाले और चीनी जैसे आवश्यक खाद्य पदार्थों का आयात करना होगा.

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करोड़ों टन खाने-पीने की चीजों का आयात ज़रूरी
समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मोटे तौर पर 7 मिलियन टन गेहूं के आयात पर राष्ट्रीय राजकोष पर लगभग 3.5 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा जबकि 6,00,000 टन चीनी, 1,00,000 टन मसाले और 10 लाख टन दाल और ताड़ के तेल के आयात से भी लागत बढ़ेगी. खाद्य एजेंसियों ने सरकार से बड़े पैमाने पर मानवीय संकट से बचने के लिए आवश्यक आपूर्ति के साथ बाढ़ प्रभावित आबादी का समर्थन करने के लिए त्वरित उपाय करने को कहा है.

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