Parvez Musharraf: कारगिल हमले का गुनहगार जिसे पाकिस्तान ने ‘देवता’ की तरह पूजा, क्रूर तानाशाह की अनसुनी कहानी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Feb 05, 2023, 01:09 PM IST

कारगिल अटैक खुद प्लान कर रहे थे जनरल परवेज मुशर्रफ. 

करगिल युद्ध के सबसे बड़े विलेन जनरल परवेज मुशर्रफ माने जाते थे. वह हमेशा भारत के खिलाफ साजिश रचते थे.

डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ का दुबई के अस्पताल में निधन हो गया है. वह अरसे से बीमार थे. राजद्रोह के मामले में उनके खिलाफ मौत की सजा सुनाई जा सकी है. वह पाकिस्तान के बाहर रहने के लिए मजबूर थे. वह पाकिस्तान के ऐसे पहले सैन्य शासक रहे हैं, जिन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी. मुशर्रफ अपने पूरे शासनकाल में भारत के लिए सबसे बड़े विलेन रहे हैं. साल 1999 में जब भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ाई हुई थी, तब उन्होंने खुद मोर्चा संभाला था. वह पाकिस्तान के लिए एक वक्त तक हीरो रहे और भारत के लिए सबसे बड़े विलेन. उनकी क्रूरता ही थी कि कारगिल जैसे इलाके में उन्होंने अपने सैनिकों को भारत पर हमले के लिए भेज दिया.

खुद अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ तक से उन्होंने कारगिल अटैक का अपना प्लान छिपा लिया था. जब तक वह सेना प्रमुख रहे, वह पाकिस्तान के सबसे ताकतवर शख्स रहे. प्रधानमंत्री उनके हाथों की कठपुतली ही बने रहे. उनका अवसान ही, रिटायरमेंट के बाद शुरू हुआ था.

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सैन्य तख्तापलट, बगवात और तानाशाही, यही थी मुशर्रफ की विरासत

पाकिस्तान में हमेशा सेना प्रमुख ज्यादा ताकतवर रहे हैं. सेना तख्तापलट करने में मास्टर रही है. परवेज मुशर्रफ के वक्त तक सेना सबसे ताकतवर संस्था थी. नवाज शरीफ भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ समझौते का प्लान तैयार कर रहे थे और इधर परवेज मुशर्रफ साजिश रच रहे थे.

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अटल बिहारी वाजपेयी लाहौर बस यात्रा कर रहे थे लेकिन साल 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने तख्ता पलट कर दिया. नवाज शरीफ श्रीलंका दौरे पर थे लेकिन उनकी सियासी जमीन दरक चुकी थी. मुशर्रफ ने खुद करगिल अटैक प्लान किया और सैकड़ों सैनिकों को युद्ध में झोंक दिया. भारत को इस युद्ध में हमेशा की तरह जीत मिली थी.

तानाशाह थे मुशर्रफ, तख्तापलट कर सत्ता में आए थे

जनरल परवेज मुशर्रफ के इरादे हमेशा से बेहद खतरनाक रहे हैं. नवाज शरीफ यह जानते थे. उन्हें डर था कि यह शख्स तख्तापलट कर सकता था. उन्होंने परवेज मुशर्रफ को सेनाध्यक्ष के पद से हटाने की कोशिश की लेकिन खुद फंस गए. उन्होंने जनरल अजीज को यह जिम्मेदारी दी लेकिन यह बेअसर रही. मुशर्रफ को इसकी खबर मिली और उन्होंने सैन्य तख्तापलट कर दिया. नवाज शरीफ सत्ता से ही बाहर हो गए.

जिस देश में जन्मे, उसी को तबाह करना चाहते थे मुशर्रफ

परवेज मुशर्रफ के बारे में दिलचस्प बात यह है कि उनका जन्म दिल्ली के दरियागंज में हुआ था. उनका जन्म 11, अगस्त 1943 को उनका जन्म हुआ था. जब भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारा हुआ तो उनका परिवार कराची में जाकर बस गया था. वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख तक के पद पर पहुंचे. साल 1999 में उन्होंने नवाज शरीफ सरकार को बेदखल करते हुए तख्ता पलट कर दिया और खुद सत्ता पर काबिज हो गए. वह 20 जून, 2001 से 18 अगस्त 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे. इस दौरान वह भारत के खिलाफ लगातार साजिश रचते रहे. 

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