सऊदी अरब में लगातार पाकिस्तानी भिखारियों की बढ़ती संख्या ने वहां की सरकार को गंभीर चिंता में डाल दिया था. लगातार बढ़ती शिकायतों के बाद, पाकिस्तान ने अब इस मुद्दे पर अपनी स्थिति साफ की है और सऊदी अरब को बताया कि उसने भिखारियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन रजा नकवी ने बुधवार को सऊदी अरब के डिप्टी गृह मंत्री डॉ. नासिर बिन अब्दुलाजीज अल दाऊद से मुलाकात की और भिखारियों पर पाकिस्तान सरकार की ओर से की गई कार्रवाई की जानकारी दी.
पाकिस्तान ने घोषणा की है कि उसने करीब 4,300 भिखारियों को नाम 'एग्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ECL) में डाल दिया है. इसका मतलब है कि ये लोग अब देश छोड़कर कहीं और नहीं जा सकते हैं. पाकिस्तानी गृह मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान सऊदी अरब जाने वाले भिखारियों के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति अपनाएगा.
धार्मिक यात्रा का गलत इस्तेमाल
अगस्त में सऊदी अरब जाने वाली एक फ्लाइट में 11 भिखारी सवार थे, जिन्हें एयरपोर्ट पर उतरने से रोक दिया गया. पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उनका मकसद सऊदी अरब में धार्मिक यात्रा के नाम पर भीख मांगना था.इस खुलासे के बाद सऊदी अरब ने पाकिस्तान से तुरंत कदम उठाने की मांग की.
पाकिस्तान की सरकार पर दबाव बना रहे खाड़ी देश
खाड़ी देशों, खासकर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कतर और कुवैत में पाकिस्तानी भिखारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ये भिखारी अक्सर तीर्थयात्रा के बहाने इन देशों में पहुंचते हैं और फिर वहां भीख मांगने लगते हैं. पाकिस्तान के अधिकारियों के अनुसार, इन देशों में पकड़े गए भिखारियों में 90 प्रतिशत पाकिस्तानी नागरिक हैं.
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धार्मिक यात्रा का गलत इस्तेमाल
अगस्त में सऊदी अरब जाने वाली एक फ्लाइट में 11 भिखारी सवार थे, जिन्हें एयरपोर्ट पर उतरने से रोक दिया गया. पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उनका मकसद सऊदी अरब में धार्मिक यात्रा के नाम पर भीख मांगना था.इस खुलासे के बाद सऊदी अरब ने पाकिस्तान से तुरंत कदम उठाने की मांग की. सऊदी और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने वादा किया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से हल करेगी और दोनों देशों के रिश्तों में ऐसे विवादों को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएगी.
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