आटा, दाल और प्याज के लिए तरसे लोग, तालिबानी दे रहे धमकी, क्या खत्म हो जाएगा पाकिस्तान?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 11, 2023, 10:09 AM IST

Pakistan Inflation

Pakistan Aata Price: पाकिस्तान में महंगाई ने ऐसा बुरा हाल कर रखा है कि खाने-पीने की चीजों के लिए बहुत मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है.

डीएनए हिंदी: आतंकवाद और राजनीतिक स्थिरता से जूझने वाला पाकिस्तान अब एक और मोर्चे पर परेशान है. कर्ज के बोझ तले पाकिस्तान में महंगाई (Inflation in Pakistan) आसमान छू रही है. कई इलाके तो ऐसे हैं जहां गेहूं और आटा ही नहीं है. खाने-पीने की चीजों के दाम कई गुना बढ़ गए हैं. दूसरी तरफ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को लगातार धमकियां दे रहा है. सीजफायर खत्म होने के बाद से पाकिस्तान सरकार और तालिबान आमने-सामने हैं. आम लोगों को आटा तक लेने के लिए लंबी-लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. खुद सरकार में शामिल लोग इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि गेहूं की भारी कमी है इस वजह से लोगों को आटा नहीं मिल रहा है. कई जगहों पर आटा लेने के चक्कर में भगदड़ मच गई और लोगों की जान चली गई. दर्जनों लोग इन भगदड़ों में घायल भी हुए हैं.

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इससे पहले पाकिस्तान में साल 2022 में आई बाढ़ ने भी आम लोगों का बुरा हाल किया था और लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए थे. इस समय पाकिस्तान के घरों में खाने-पीने की चीजों, डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस के दाम हर दिन बढ़ते जा रहे हैं. प्याज, आटा और दाल के दाम भी कई गुना बढ़ जाने की वजह से आम लोग अपना पेट भी नहीं भर पा रहे हैं.

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तीन गुना बढ़ गई खाद्य महंगाई दर
6 जनवरी 2022 को पाकिस्तान में जो प्याज 36 रुपये किलो रुपये मिलता था, 5 जनवरी 2023 तक उसकी कीमत 500 पर्सेंट बढ़ गई है और अब एक किलो प्याज की कीमत 220 रुपये है. डीजल के दाम में 61 प्रतिशत और पेट्रोल के दाम में 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है. एक साल में आटा, चावल और दाल के दामों में भी 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है.

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साल 2022 में पाकिस्तान में महंगाई दर 12.3 प्रतिशत थी. 2023 आते यही दर दोगुनी होकर लगभग 25 प्रतिशत पहुंच गई है. महंगाई का सबसे बड़ा कारण खाने-पीने की चीजें महंगी होना है. खाद्य मंहगाई दर लगभग तीन गुना बढ़ गई है. दिसंबर 2021 में जो दर 11.7 प्रतिशत पर भी वही अब 33 प्रतिशत पर पहुंच गई है. बीते कुछ दिनों से लागातार खबरें आ रही हैं कि खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में गेहूं और आटा खत्म हो गया है. सरकारी दुकानों पर आटा मिलने की बात कही जा रही है लेकिन वहां भी भगदड़  जैसी घटनाएं हो जा रही हैं.

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