पाकिस्तान (Pakistan) में राजनीतिक गतिरोध खत्म होने के आसार दिख रहे हैं. शहबाज शरीफ सरकार ने बातचीत की प्रकिया शुरू करने की मंजूरी दे दी है. राजनीतिक हलकों के बीच भी गतिरोध खत्म करने की मांग लगातार चल रही है. इमरान खान (Imran Khan) भी बातचीत के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर आरिफ अल्वी को बातचीत की जिम्मेदारी दी है. पीपीपी लीडर बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी कहा है कि वह पूर्व पीएम से बातचीत के लिए तैयार हैं.
पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता का दौर
पाकिस्तान की राजनीति में उठा-पटक का दौर हमेशा से रहा है. इस वक्त पड़ोसी देश अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से भी जूझ रहा है. ऐसे वक्त में देश के अलग-अलग तबके से राजनीतिक गतिरोध करने की मांग उठ रही है. इसे देखते हुए पीपीपी प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि देश में स्थिरता और आर्थिक सुधार इस सरकार की प्राथमिकता है. अगर पीटीआई (PTI) चीफ इमरान खान बातचीत के लिए तैयार हैं, तो वह भी संवाद करने के लिए राजी हैं.
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जेल से बाहर आ सकते हैं इमरान खान
इमरान खान फिलहाल तोशखाना समेत भ्रष्टाचार के कई मामलों में जेल में बंद हैं. पाकिस्तान के लिए अंतर्राष्ट्रीय मदद के लिए अपनी छवि को बेहतर करना बेहद जरूरी है. इन सबके बीच अब पीएमएल (एन), पीपीपी और इमरान खान की पार्टी पीटीआई तीनों ने बातचीत के लिए पहल पर सकारात्मक रुख दिखाया है. इससे देश में जारी राजनीतिक गतिरोध खत्म हो सकता है.
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अप्रैल के महीने में पीटीआई के शहरयार अफरीदी ने भी बातचीत के संकेत दिए हैं. उन्होंने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के महानिदेशक (DG, ISI) के साथ पहले बातचीत करने का इशारा किया था. पाकिस्तान की राजनीति में सेना का भारी दबाव रहता है. अब खुद इमरान खान की पार्टी की ओर से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से बातचीत के लिए इच्छा जताई गई है.
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