डीएनए हिंदी: पाकिस्तान में अचानक आधी रात को संसद भंग कर दी गई है. राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि संविधान के आर्टिकल 58 के तहत नेशनल असेंबली भंग की जाती है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के एक दिन बाद ही आनन-फानन में एसेंबली भंग कर दी गई है और अब आम चुनाव का रास्ता साफ हो गया है. अगले तीन महीने में पाकिस्तान में चुनाव कराए जा सकते हैं. पीटीआई चीफ इमरान खान जेल में बंद हैं और उनके चुनाव लड़ने को लेकर तस्वीर अभी साफ नहीं है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सलाह पर कार्यकाल पूरा होने से 3 दिन पहले ही संसद भंग कर दी गई है. फिलहाल पाकिस्तान में सियासी उठा-पटक का दौर जारी है.
इमरान खान के चुनाव लड़ने पर रोक
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना भ्रष्टाचार केस में 3 साल की सजा सुनाई गई है. फिलहाल वह जेल में बंद हैं और इसकी उम्मीद कम लग रही है कि वह चुनाव लड़ पाएंगे. कोर्ट ने 5 साल के लिए उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है. हालांकि पाकिस्तान की राजनीति में शीर्ष नेताओं का जेल जाना हो या दूसरे देश में शरण लेना, यह सब काफी आम रहा है. नवाज शरीफ भी निर्वासन और जेल दोनों झेल चुके हैं जबकि बेनजीर भुट्टो को भी लंबा अरसा जेल में बिताना पड़ा था और फिर वतन के बाहर रहना पड़ा था.
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3 महीने में हो सकते हैं चुनाव
पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक, अगले 3 महीने में चुनाव कराए जा सकते हैं. हालांकि, हर चुनाव के बाद पाकिस्तान में विपक्षी पार्टी भ्रष्टाचार और चुनाव में धांधली का दावा करती है. फिलहाल संविधान से तहत शहबाज शरीफ और नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष के पास केयरटेकर प्रधानमंत्री के नाम को अंतिम रूप देने के लिए तीन दिन का समय है. अगर केयरटेकर पीएम के नाम पर सहमति नहीं बनती है, तो इसे समिति के पास भेजा जाएगा. मौजूदा हालात को देखते हुए लग रहा है कि सहमति बन जाएगी.
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब आरिफ अल्वी ने संसद भंग की है. इससे पहले इमरान खान की सिफारिश पर भी वह संसद भंग कर चुके हैं लेकिन उनके फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था. गिरफ्तारी से पहले इमरान खान ने समर्थकों से कहा था कि उनकी जान को खतरा है और उन्हें मारने की साजिश के तहत जेल भेजा जा सकता है. फिलहाल पूर्व क्रिकेटर और अब राजनेता जेल में हैं और कितने दिनों बाद उनकी रिहाई होती है, यह देखना होगा.
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