भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस समय अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान में प्राइवेटेशन होने वाला है. पाकिस्तान अपनी सभी प्राइवेट एंटरप्राइजेज कंपनियों का निजीकरण करने जा रहा है. पाकिस्तान में कंपनियों के निजीकरण का ऐलान हो चुका है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने मंगलवार को रणनीतिक रूप से जरूरी बिजनेस को छोड़कर सभी राज्य के स्वामित्व वाले व्यापारों के निजीकरण का ऐलान कर दिया है.
बताते चलें कि शहबाज शरीफ ने इसको लेकर निजीकरण मंत्रालय और निजीकरण आयोग के साथ इस्लामाबाद में एक बैठक की थी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इस बैठक के बाद ये अहम फैसला लिया है. मीडिया रिपॉर्ट के मुताबिक इस बैठक में निजीकरण कार्यक्रम 2024-29 का रोडमैप पेश किया गया, जिसमें बिजली वितरण कंपनियों का निजीकरण भी शामिल है. पाकिस्तानी पीएम ने सभी संघीय मंत्रालयों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने और निजीकरण आयोग के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया है.
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निजीकरण पर पीएम शहबाज शरीफ का कहना है कि राज्य के स्वामित्व वाले कारोबार के निजीकरण से टैक्सपेयर्स का पैसा बचेगा और सरकार को लोगों को गुणवत्तापूर्ण सवर्सिस प्रोवाइड कराने में मदद मिलेगी. इससे देश के आर्थिक स्तिथि को सुधानने में भी मदद मिलेगी. पीएम शरीफ के अनुसार ऐसे सरकारी स्वामित्व वाले कारोबार जो कि घाटे में चल रहे है, पहले उनका निजिकरण किया जाएगा. निजीकरण के लिए प्राइवेटाइजेशन कमीशन में एक्सपर्ट्स का एक पैनल नियुक्त कर लिया गया है.
इस्लामाबाद में हुई इस बैठक में मंत्री ख्वाजा आसिफ, मुहम्मद औरंगजेब, जाम कमाल खान, अवैस अहमद लेघारी, अब्दुल अलीम खान, मुसद्दिक मलिक और अहद खान चीमा, पीएम के समन्वयक राणा एहसान अफजल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी रहे. गौरतलब है कि शुक्रवार को निजीकरण पर कैबिनेट समिट ने प्राइवेटाइजेशन फक्शन के लिए 24 राज्य के स्वामित्व वाले कारोबारों को मंजूरी दे पहले ही दे दी थी.
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