डीएनए हिंदी: पैगंबर मोहम्मद पर बयान को लेकर जहां देश-भर में प्रदर्शन हुए तो वहीं पाकिस्तान भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घेरने में लगा हुआ है. इस विवाद को हवा देने के लिए पाकिस्तान एक बार फिर नापाक हरकतों पर उतारू है. भारत को घेरने के लिए पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखा है और हस्तक्षेप की मांग की है.
United Nations को पाक विदेश मंत्री ने लिखा पत्र
पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर चुप न रहने का आग्रह किया है. बता दें कि कुछ दिन पहले यूएन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी पत्रकार ने पूर्व बीजेपी प्रवक्ता के बयान पर सवाल पूछा था. पाक विदेश मंत्री ने आरोप लगाया है कि इस तरह के बयानों पर भारत चुप है. इसे मिलीभगत माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान अन्य मामलों को भी बढ़ा सकते हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद को फोन किया और उन्हें पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर नूपुर शर्मा के बयान के बारे में बताया है. बिलावल ने कहा कि इस तरह के बयान दुनिया भर के करोड़ो मुस्लिमों को बेवजह उकसाने वाले हैं. इससे मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं.
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भारत पर लगाए आरोप
बिलावल भुट्टो ने इस मुद्दे का इस्तेमाल एक बार फिर भारत के खिलाफ दुष्प्रचाप के लिए इस्तेमाल किया है. इससे पहले बिलावल ने यासीन मलिक की सजा के खिलाफ भी संयुक्त राष्ट्र से गुहार लगाई थी. बिलावल ने दावा किया कि भारत में इस्लामोफोबिया बढ़ रहा है. ऐसे में इस तरह के घृणित बयान पर संज्ञान लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की इस मामले में चुप्पी को मिलीभगत के रूप में लिया जा सकता है. इस तरह की चुप्पी से हिंसा, सांप्रदायिक कलह और घृणा की घटनाएं बढ़ सकती हैं. भुट्टो ने कहा कि इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र को सभी देशों के साथ मिल कर काम करना चाहिए.
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पाकिस्तान में हुआ था प्रदर्शन
पाकिस्तान में नूपुर शर्मा के बयान विवाद पर गुरुवार को राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शन किया गया था. जमात-ए-इस्लामी ने ये प्रदर्शन किया था. प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायोग की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें भारतीय उच्चायोग की ओर बढ़ने से रोक दिया था.
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान भी इस मुद्दे पर भारत को खरी-खोटी सुना चुके हैं. इमरान खान ने तो इस मामले में भारतीय प्रोडक्ट पर बैन लगाने की मांग कर दी थी.
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