प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) इन दिनों G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली के दौरे पर थे. अब वो वहां से वापस भारत के लिए रवाना हो गए हैं. इस यात्रा के दौरान विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ उनकी मुलाकात हुई. वो इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडोमिर जेलेंस्की और पोप फ्रांसिस मिले.
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1) इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ जो मुलाकात हुई, उसको लेकर खूब चर्चाएं हुईं. पिछले कुछ सालों से दोनों देशों के बीच के संबंध में घटास देखी गई है. खासकर निज्जर मामले को लेकर. कनाडा की सरकार पर खालिस्तानी सोच को बढ़ावा और पनाह देने के आरोप भी लगते रहे हैं. ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर ये मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है. इस मुलाकात को लेकर भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि 'कनाडा के साथ भारत का अहम विषय चरमपंथ और हिंसा को बढ़ावा देने वालों पर कनाडा सरकार के रुख को लेकर रहा है.' उन्होंने आगे बताया कि 'भारत की तरफ से कनाडा को अपनी गहरी चिंताओं से वाकिफ कराया जाता रहा है, भारत को आशा है कि ट्रूडो सरकार के द्वारा ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.'
2) जी-7 समिट के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भेंट की. इस दौरान पीएम मोदी ने उनसे यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान की बात की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध का हल और शांति की स्थापना बातचीत और कूटनीति के द्वारा संभव है. भारत की छवि हमेशा शांति स्थापित करने वाले राष्ट्र की रही है, वो इस मुलाकात से और भी मजबूत होगी.
3) G-7 समिट के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर बातचीत की है. इस बातचीत में डिफेंस, न्यूक्लियर, स्पेस, एजुकेशन, क्लाइमेट एक्शन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और कल्चरल इनीशिएटिव जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है. साथ ही अपासी सहयोग बढ़ाने का भी जिक्र किया गया है. फ्रांस भारत के लिए रक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा सहयोगी है.
4) जी7 शिखर सम्मेलन इटली से भारत आने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार रात को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भेंट की. इस भेंट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ कार्य करते रहेंगे. सामरिक और आर्थिक रूप से अमेरिका भारत का बहुत बड़ा सहयोगी है. इस मुलाकात से अंतराष्ट्रिय जगत को ये संदेश जाएगा कि दुनिया की दो बड़ी ताकतें विश्व शांति के लिए लगातार प्रतिबद्ध हैं.
5) जी7 समिट के दौरान पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस से मुलाकात की है. साथ ही उन्होंने पोप फ्रांसिस को भारत में आने का निमंत्रण भी दिया है. इसको लेकर आशा जताई जा रहगी है कि पोप फ्रांसिस भारत दौरे पर आ सकते हैं. इस मुलाकात से
भारत के एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की छवि को और भी मजबूती मिलेगी. इसके साथ ही ईसाई जगत में भारत की पहचान साकारात्मक सॉफ्ट पॉवर के तौर पर मजबूत होगी.
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