PM मोदी की Ukraine यात्रा से क्या Russia हो जाएगा नाराज ? जाने पूरी कहानी

आदित्य प्रकाश | Updated:Aug 21, 2024, 03:13 PM IST

PM Modi and President Putin

भारत और यूक्रेन के बीच राजनयिक संबंध 1994 में स्थापित हुए थे. यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध फिर से तेज हो गया है, जिससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नाराज हो सकते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड की यात्रा पर हैं. यह दौरा खास है क्योंकि 45 साल बाद भारत से कोई प्रधानमंत्री पोलैंड गए हैं. यह यात्रा इसलिए भी दिलचस्प रहेगी क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड के बाद 23 अगस्त को 10 घंटों का ट्रेन से सफर तय करके यूक्रेन की राजधानी कीव जाएंगे और वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे. यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन की यात्रा पर जा रहे है. भारत और यूक्रेन के बीच राजनयिक संबंध 1994 में स्थापित हुए थे. यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध फिर से तेज हो गया है, जिससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नाराज हो सकते हैं.

PM मोदी पर पश्चिमी मीडिया का तीखा reaction
प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार पदभार संभालने के बाद पहली द्विपक्षीय यात्रा रूस की की थी. पिछले महीने रूस में पुतिन से मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया था. इस पर पश्चिमी मीडिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी, और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी असंतोष जताया था. उन्होंने कहा था कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता का एक "अपराधी" से गले लगना निराशाजनक है. अब मोदी के यूक्रेन दौरे से यह सवाल उठ रहा है कि क्या पुतिन इससे असहज होंगे. यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के कुर्स्क क्षेत्र पर हमला कर एक पुल को नष्ट किया है. वहीं, रूस ने पूर्वी यूक्रेन के नियू-यार्क पर कब्जा कर लिया है. ऐसे समय में मोदी की यूक्रेन यात्रा पर दुनियाभर की नजर है.


ये भी पढ़ें: Shocking News: 30 साल के जवान बेटे के लिए सुप्रीम कोर्ट से मौत मांगने पहुंचे मां-बाप, कारण जानकर रो देंगे आप


भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव तन्मय लाल ने कहा कि भारत के रूस और यूक्रेन दोनों से स्वतंत्र और मजबूत संबंध हैं. मोदी का यह दौरा किसी एक का पक्ष लेने की कोशिश नहीं है. बातचीत से ही इस संघर्ष का समाधान निकाला जा सकता है, जो दोनों पक्षों को मंजूर हो.

यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान पोलैंड ने की मदद
पोलैंड की यात्रा भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2022 में यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान पोलैंड  ने भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में अहम भूमिका निभाई थी, इसलिए वहां PM मोदी के दौरे का विशेष महत्व है. प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन और प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क से मुलाकात करेंगे. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

india ukraine relation PM Modi biliteral visit India Russia Relations poland