डीएनए हिंदी: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अमेरिका समेत पूरा पश्चिमी देशों का वर्ग हमलावर हैं. इस बीच अब उन पर ब्रिटेन में जासूसी के आरोप भी लग गए हैं. हाल में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह दावा किया गया है कि रूस ने ब्रिटेन में करीब 1000 से ज्यादा जासूस लगा रखे हैं जो कि यूके की जासूसी कर रहे हैं. कहा गया है कि ये लोग अपना नाम और पूरी पहचान बदलकर यूके में नौकरी भी कर रहे हैं लेकिन इनका मूल मकसद ब्रिटेन से जासूसी कर ब्रिटेन को नुकसान पहुंचाना है.
दरअसल, ब्रिटेन को लेकर दावा किया जा रहा है कि ब्रिटेन में रूसी जासूस एजेंसी एसवीआर के जासूस बड़ी संख्या में हैं और वे सभी ब्रिटेन में छोटी-मोटी नौकरी करने का ढोंग कर रहे हैं. यहां पर ये लोग या तो टैक्सी चला रहे हैं या किसी यूनिवर्सिटी या अस्पताल में छोटे स्तर पर काम कर रहे हैं. दावा है कि ये लोग यहां अपना एक बडडा नेटवर्क तैयार कर ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा रहे हैं और सार्वजनिक क्षेत्र के लोगों को सर्विलांस पर लिए हुए हैं.
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ब्रिटेन की ही एक इंटेलीजेंस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है क रूस की लंदन स्थित एंबेसी में काम करने वाले जासूसों की संख्या में गिरावट आई है, लेकिन ब्रिटेन में सीक्रेट रूसी एजेंट्स की संख्या बढ़ी है जिससे पर्दे के पीछे से ब्रिटेन में जासूसी की जा सके. यह माना जा रहा है कि इसके पीछे पूरी तरह से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का है.
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ब्रिटेन की एजेंसियों का कहना है कि एजेंट न्यूक्लियर पॉवर स्टेशंस, आर्मी, आरएएफ और रॉयल नेवी की जासूसी कर रहे हैं. खास बात यह है कि ब्रिटेन यह भी कह रहा है कि इस जासूसी में ब्रिटेन का न्यूक्लियर सबस्टेशन स्कॉटलैंड का फासलेन भी शामिल है. दावा है कि रूस ने समझौते के तहत लोगों का ब्रिटेन में जासूसी के लिए मजबूर किया है और फिर उनसे ब्रिटेन की जानकारी जुटा रहे हैं जो कि ब्रिटेन की संप्रभुता के लिए एक बड़ा खतरा है.
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