क्वाड एक बेहद ही खास संगठन है. ये संगठन प्रशांत महासागर के क्षेत्र में आपसी सहयोग के लिए बनाया गया है. आपको बताते दें कि ये संगठन बेहद अहम है. इसके सदस्य देशों की बात करें तो इसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं. इस संगठन को लेकर अक्सर कहा जाता है कि भारत के लिए ये एक बेहद ही उपयोगी संगठन है, खासकर जब चीन भारत को चारों ओर से घेरने की रणनीति बना रहा है, तब भारत भी इस संगठन के द्वारा चीन को गेर सकता है. हालिया अपडेट ये है कि इस संगठन की तरफ से 'क्वाड साइबर चैलेंज' को बरकरार रखने का ऐलान किया गया है.
भारत के लिए बेहद अहम है क्वाड
इस 'क्वाड साइबर चैलेंज' का मोटिव इन देशों के साइबर तंत्र को ताकतवर बनाना है. इसको लेकर इन देशों के बीच सार्वजनिक संसाधनों को तरजीह देने की बात है. साथ ही लोगों के बीच साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाना है. इस मामले को लेकर क्वाड देशों की ओर से एक संयुक्त बयान जारी किया गया है. इस बयान में जिक्र है कि इस साल के चैलेंज का टॉपिक साइबर सुरक्षा को लेकर लोगों को शिक्षित करना है. साथ ही एक ताकतवर साइबर वर्कफोर्स बनाना है. क्वाड भारत के लिए बेहद अहम संगठन है. भारत के लिए ये ब्रीक्स की तरह ही अहम संगठन है.
क्या है 'क्वाड साइबर चैलेंज'?
आपको बताते चलें कि फरवरी 2023 में क्वाड के सदस्यों देशों ने साइबर सुरक्षा के मद्देनजर ये चैंलज शुरु किया था. इसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान की तरफ से शुरु किया गया था. इससे भारत जैसे देश के लिए काफी साइबर सुरक्षा को काफी मजबूती मिल सकती है. भारत को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान जैसे विकसित देश की आधुनिक तकनीकी और सूचनाएं उपलब्ध होंगी. इस बयान में कहा गया कि अक्टूबर में भारत के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक, देश के साइबर क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से "साइबर स्वच्छता अभियान" के तहत छात्र समुदाय को एक संदेश देंगे.
(With PTI Inputs)
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