रूस ने यूक्रेन के Zaporizhzhia पर बरसाए अंगारे, दर्जनों की मौत, शहर हुआ तबाह

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 09, 2022, 12:57 PM IST

प्रतीकात्मक तस्वीर

Russia-Ukraine war: जापोरिज्जिया शहर पर रात भर हो रहे मिसाइल हमले के परिणामस्वरूप शहर के एक रिहाइशी इलाके भी तबाह हो गए हैं.

डीएनए हिंदी: Russia-Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के शहर जापोरिज्जिया पर बड़ी कार्रवाई की है. शहर में हुई हालिया गोलीबारी की वजह कई जाने गई हैं और शहर को भयंकर नुकसान हुआ है. यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ का कहना है कि बीती रात के दौरान रूसी सेना की तरफ से की गई हालिया गोलाबारी के बाद दक्षिणपूर्वी शहर जोपोरिज्जिया में दर्जनों लोग मारे गए हैं. सेना के केंद्रीय कमान ने रविवार को अपने फेसबुक पेज पर कहा, "रातोंरात, रूसी कब्जेदारों ने आवासीय भवनों और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमला किया."

अधिकारियों की मानें तो पीड़ितों के बारे में जानकारी की पुष्टि की जा रही है, लेकिन यह पहले से ही दर्जनों मृतकों और घायलों के बारे में पता है. इससे पहले, शहर के अधिकारी अनातोली कुर्तेव ने कहा कि रात भर की बमबारी में कम से कम 17 लोग मारे जा चुके हैं.

शहर के प्रशासन के सचिव और स्थानीय अधिकारी अनातोली कुर्तेव ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर लिखा, "जापोरिज्जिया पर रात भर के मिसाइल हमले के परिणामस्वरूप शहर के एक रिहाइशी इलाके में अपार्टमेंट की इमारतें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. इस समय, 17 लोगों की मौत हो गई है."

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यूक्रेन में युद्ध के मैदान पर रूस का दबाव बढ़ रहा है. जहां यूक्रेनी सेना पिछले महीने की शुरुआत में खार्किव क्षेत्र में शुरू हुई जवाबी कार्रवाई में आगे बढ़ना जारी रखे हुए है.

शनिवार को मास्को ने युद्ध के लिए एक नए कमांडर, वायु सेना प्रमुख सर्गेई सुरोविकिन की घोषणा की.

जापोरिज्जिया शहर यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र से लगभग 125 किमी (80 मील) दूर है. जहां 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला करने के तुरंत बाद रूस ने कब्जा कर लिया था.

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लागातार हो रही गोलाबारी के बीच संयंत्र को शनिवार की सुबह भारी नुकसान हुआ है. संयंत्र का आखिरी और बाहरी बिजली स्रोत ध्वस्त हो गया है. अब रिएक्टरों को ठंडा करने और अन्य सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आपातकालीन डीजल जनरेटर पर निर्भर किया गया है.

बता दें यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र के सभी छह रिएक्टर बंद हैं.

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