Ukraine में फिर भड़की जंग की चिंगारी, क्या रूस की वजह से परमाणु युद्ध के मुहाने पर खड़ी है दुनिया?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 12, 2022, 07:02 PM IST

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फाइल फोटो)

रूस यूक्रेन के कुछ प्रांतों के अधिग्रहण की घोषणा कर चुका है. व्लादिमीर पुतिन यह भी कह चुके हैं कि वह देश की रक्षा के लिए कोई कदम उठा सकते हैं.

डीएनए हिंदी: यूक्रेन (Ukraine) में रूसी सैनिकों का भीषण हमला जारी है. यूक्रेन के जापोरिज्जिया (Zaporizhzhia) के न्यूक्लियर प्लांट (Nucliar plant ) पर कब्जा जमा लिया है. प्लांट की इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई बंद हो गई है. यह बीते 5 दिनों में दूसरी बार है. इंटरनेशनल एटमिक एनर्जी (Atomic Energy) एजेंसी ने भी यह दावा किया है. उन्होंने कहा है कि बैकअप डीजल जनरेटर की मदद से परमाणु सुरक्षा उपकरणों को चालू रखा जा रहा है. वैश्विक एजेंसियों का कहना है कि परमाणु प्लांट को ज्यादा सुरक्षित करने की जरूरत है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो दुनिया परमाणु संकट के मुहाने पर खड़ी हो सकती है.

रूस के लगातार हमलों की वजह से यूक्रेन के कई शहरों में बिजली सप्लाई ठप पड़ गई है. 10 शहर ऐसे हैं जो अंधेरे की जद में हैं. रूस ने भीषण हमले तब किए हैं, जब यूक्रेन और क्रीमिया को जोड़ने वाले एक पुल को तबाह हो चुका है. रूस के लिए क्रेज स्ट्रेट ब्रिज बेहद अहम था, जिसे अब तबाह कर दिया गया है. 

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यूक्रेन के जवाबी हमले से तिलमिलाए व्लादिमीर पुतिन

व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया है कि जो भी इस हमले के लिए जिम्मेदार होगा, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग में अब कई देश न चाहते हुए भी शामिल हो गए हैं. यह दो देशों की सीमाई युद्ध से कहीं आगे जा चुका है. अगर व्लादिमीर पुतिन ऐसे ही तेवर रखते हैं तो दुनिया तबाही की ओर आगे बढ़ सकती है.|

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यूक्रेन के साथ खड़े G7 देश, क्या रूस की बढ़ा रहे हैं खीज?

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने G7 देशों के साथ मंगलवार को बैठक की थी. उन्होंने दुनिया से घातक हथियार, एयर डिफेंस सिस्टम की मांग की थी. जो बाइडेन ने कहा था कि वह यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम देना चाहते हैं क्योंकि रूस ने वहां तबाही मचा दी है. NATO भी यूक्रेन हमले के बाद एक बैठक करने वाला है. 

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यूक्रेन अब भी चाहता है कि उसे नाटो की सदस्यता मिल जाए, जिससे सभी नाटो देश मिलकर रूस के खिलाफ हमला बोल सकें. अगर ऐसी स्थिति बनती है रूस को यह नागवार गुजरेगा. नाटो में करीब 30 देश शामिल हैं. अगर यूक्रेन शामिल हो जाता है तो रूस के काउंटर अटैक के बाद महायुद्ध का छिड़ना तय है. 

क्रीमिया ब्रिज अटैक मामले में 8 संदिग्ध गिरफ्तार

रूसी फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ने ब्रज ब्लास्ट के सिलसिले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. रूस का दावा है कि यह हमला यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के इशारे पर हुआ है. 

व्लादिमीर पुतिन पहले ही धमकी दे चुके हैं कि अगर उनके खिलाफ दुनिया ने साजिश रची तो दुनिया को इसका खामियाजा चुकाना पड़ सकता है.जैसे ही रूसी सेना हार की कगार पर पहुंचेगी, व्लादिमीर पुतिन परमाणु हमले जैसे कदम उठाने से हिचकेंगे नहीं.

यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले बोल रहा है रूस

सोमवार और मंगलवार को यूक्रेन में रूसी मिसाइलों के हमले में कम से कम 19 लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं. करीब 83 मिसाइलों ने सोमवार को यूक्रेन पर हमला किया. 24 फरवरी को युद्ध छिड़ने के बाद से देश में सबसे भारी बमबारी हुई है. कीव में कई हमले हुए, पहली बार राजधानी शहर को महीनों में निशाना बनाया गया. जेलेंस्की के मुताबिक मंगलवार को 28 और मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से 20 को मार गिराया गया, जहां ईरानी लड़ाकू ड्रोन भी शामिल थे. 

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कई यूक्रेनी शहरों में भीषण बमबारी कर रही है रूसी सेना

यूक्रेन के कई इलाकों में यूक्रेनी सेना, रूसी सैनिकों पर भारी पड़ रही है. यूक्रेनी सैनिकों के मुंहतोड़ जवाब से रूसी सैनिकों का हौसला टूट रहा है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन यह साफ कर चुके हैं कि हार के डर से इस युद्ध में व्लादिमीर पुतिन, परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. जो बाइडेन का कहना है कि व्लादिमीर पुतिन सिर्फ मजाक नहीं कर रहे हैं, वह दुनिया को परमाणु युद्ध में झोंक सकते हैं.

जो बाइडेन ने न्यूयॉर्क में डेमोक्रेटिक पार्टी के फंडरेजिंग कार्यक्रम के दौरान दुनिया को आगाह किया है कि व्लादिमीर पुतिन  यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा, 'क्यूबा के मिसाइल संकट के बाद पहली बार हमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का सीधा खतरा है. अगर सब कुछ ऐसा ही होता रहा, तो चीज़ें इसी राह पर जा रही हैं.'

'पुतिन नहीं कर रहे मजाक, होगा विनाशकारी महायुद्ध'

मैनहट्टन में अखबार मुगल रूपर्ट मर्डोक के बेटे जेम्स मर्डोक ने यह कार्यक्रम आयोजित किया था. जो बाइडेन ने इस कार्यक्रम में कहा कि 1962 में कैनेडी और क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से हमने 'आर्मगेडन' की आशंका का सामना नहीं किया है. व्लादिमीर पुतिन मजाक नहीं कर रहे है. उन्होंने यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने से पहले परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी थी. 

जो बाइडेन को आशंका है कि यह युद्ध आर्मगेडन की स्थिति में जा पहुंचेगा. ईसाई  धर्म ग्रंथ बाइबिल के मुताबिक आर्मगेडन महायुद्ध को कहते हैं, जब बुराई और अच्छाई के बीच लड़ाई होती है. इस युद्ध में पूरी दुनिया तबाह हो सकती है. कयामत का दिन भी इसे कह सकते हैं. जो बाइडेन को यही डर है कि पुतिन की परमाणु धमकी दुनिया को महायुद्ध में धकेल देगी.

'क्यूबा संकट के बाद मंडरा रहा सबसे बड़ा परमाणु संकट'

जो बाइडेन ने कहा, 'कैनेडी और क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से हमने आर्मगेडन के खतरे का सामना नहीं किया है. छोटे आकार के परमाणु बम वैश्विक स्तर पर तबाही मचा सकते हैं. यह नियंत्रण से बाहर हो सकता है. मुझे नहीं लगता है कि कोई ऐसा रणनीतिक हथियार है, जिससे इस महायुद्ध को तब रोका जा सके.'

जो बाइडेन ने स्पष्ट तौर पर विश्वयुद्ध की बात कही है. एक फंड रेजिंग कार्यक्रम में वैश्विक सुरक्षा पर ऐसी बात कहने के कई अर्थ हो सकते हैं. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और गृह विभाग की ओर से बेहद नपे-तुले शब्दों में ऐसी प्रतिक्रियाएं अब तक सामने आईं हैं. संवेदनशील विभागों का कहना है कि वे व्लादिमीर पुतिन की परमाणु धमकियों को गंभीरता से लेते हैं लेकिन फिलहाल उन्हें रूस से हमले का कोई खतरा नहीं है. 

'बाइडेन को सता रहा है परमाणु हमले का डर'

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'मैं यह पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि पुतिन का रास्ता क्या है. वह कहां से कोई राह निकालते हैं. वह अपने आपको इस स्थिति में कहां खड़ा देख रहे हैं. वह रूस में अपनी पहचान खो सकते हैं और ताकत भी.'

सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका को डर सता रहा है कि रूस परमाणु हमला कर सकता है. अगर हमला हुआ तो किस परिस्थिति में अमेरिका अपने नागरिकों की हिफाजत करेगा, इस रणनीति पर भी विचार किया जा रहा है.

'बाइडेन की बात पर अलर्ट लेकिन सहमत नहीं हैं अधिकारी'

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि रूस वाकई परमाणु हमले की तैयारी कर रहा है या नहीं. सही जानकारी न होने पर अधिकारी चिंतित हैं. वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि रूस, यूक्रेन के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमाने के लिए ऐसे कदम उठा भी सकता है. 


पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने गुरुवार को कहा, 'परमाणु हमले का शोर मचाना, लापरवाह और गैरजिम्मेदाराना रवैया है. हमारे पास अभी तक यह जानकारी नहीं है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का फैसला लिया है या नहीं लिया है. हम यह आंकलन भी नहीं कर सके हैं. वह अपनी परमाणु नीतियों में क्या बदलाव कर रहे हैं, यह हमें नहीं पता है.'

जो बाइडेन के बयान पर अधिकारियों का कहना है कि अभी तक रूस के परमाणु रुख को लेकर कोई बदलाव नहीं देखने को मिला है. जो बाइडेन के बयान पर अधिकारियों की अलग-अलग राय है. 

क्या परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर रूस ने बदला है अपना रवैया?

जो बाइडेन ने कहा है कि दुनिया 1960 के परमाणु संकट के काफी करीब है. जो बाइडेन के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अभी तक रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने के रुख में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कारीन जीन-पियरे ने मंगलवार को कहा था कि रूस के रुख में बदलाव के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं, इसलिए अमेरिका भी किसी बदलाव के बारे में नहीं सोच रहा है.

अमेरिकी सरकार के एक और सीनियर अधिकारी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान पर हैरत जाहिर करते हुए कहा कि रूस की ओर से बढ़ते खतरे को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट संकेत नहीं देखे गए हैं.

एक फंड रेजिंग कार्यक्रम में दिए गए राष्ट्रपति के बयान से कई अधिकारी सहमत नजर नहीं आ रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति के भाषण ने बस सरकार के दूसरे अधिकारियों को सतर्क कर दिया है. अभी तक ऐसा कुछ नहीं हुआ है, जिससे रूस के रुख को गंभीरता से लिया जाए. अधिकारी ने कहा है कि परमाणु युद्ध जैसा तनाव अभी नहीं है.  

परमाणु युद्ध की धमकियों पर अलर्ट हैं अमेरिकी अधिकारी 

तमाम आशंकाओं और अनिश्चितताओं के बीच अमेरिकी अधिकारी परमाणु हमले के मुद्दे पर चौकन्ने जरूर हैं. व्लादिमीर पुतिन के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने की धमकियों को अमेरिकी अधिकारी गंभीरता से ले रहे हैं.  सितंबर के अंतिम दिनों में देश को संबोधित करते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि अगर हमारी क्षेत्रीय अखडंता पर खतरा मंडराएगा तो हम सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करेंगे. यह केवल गीदड़-भभकी नहीं है. 

'रूस की अखंडता की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से नहीं है पुतिन को गुरेज'

बीते शुक्रवार को व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों पर कब्जे की घोषणा की थी. अब व्लादिमीर पुतिन इन इलाकों को रूस का हिस्सा मानते हैं. वह पहले ही धमकी दे चुके हैं कि उनकी सेना अपनी अखंडता के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करेगी. उन्होंने यह भी कहा था कि जैसे अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में हिरोशिमा और नागासाकी पर हमला करके एक लकीर खींची थी, वैसा हम भी कर सकते हैं.  

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जो बाइडेन ने गुरुवार को व्लादिमीर पुतिन के बारे में कहा, 'मैं व्लादिमीर पुतिन को अच्छी तरह से जानता हूं. जब वह परमाणु, जैविक या रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की बात करते हैं तब वह मजाक नहीं कर रहे होते हैं. उनकी सेना अब बेहद कमजोर प्रदर्शन कर रही है.' जो बाइडेन को डर इसी बात का है कि अगर यूक्रेन की जंग रूस हारता है तो अपने आपको ताकतवर साबित करने के लिए वह विनाशकारी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से परहेज नहीं करेगा.

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