डीएनए हिंदी: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार रूसी सेना की ताकत बढ़ाने की बात कर चुके हैं. पुतिन रूसी सेना की ताकत मजबूत करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. पुतिन ने कहा है कि 2022 के अंत तक मॉस्को अपने सशस्त्र बलों को और मजबूत और आधुनिक बनाएगा. इस दिशा में आगे बढ़ते हुए रूस ने हाल ही में टेस्ट की गई सरमत इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण पूरा किया है और जल्द ही इसकी तैनाती भी होगी.
Russia-Ukraine War के बीच महाविनाशक मिसाइल का लिया नाम
पुतिन ने मंगलवार को मिलिट्री एकेडमी ग्रेजुएट्स के साथ एक टीवी मीटिंग के दौरान यह बयान दिया है. पुतिन ने महाविनाशक मिसाइल की तैनाती की बात ऐसे समय पर की है जब रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चार महीने पूरे होने वाले हैं.
पुतिन के इस बयान के पीछे कई संकेत माने जा रहे हैं. रूस इससे अमेरिका समेत पश्चिमी देशों की अपनी सैन्य ताकत और इरादे स्पष्ट करना चाहते हैं. साथ ही, वह एक बार फिर विश्व को यह संदेश देना चाहते हैं कि कठोर प्रतिबंधों के बाद भी रूस अपने इरादों पर अटल है.
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Sarmat मिसाइल ने बढ़ाई अमेरिका की टेंशन?
रूस की सरमत मिसाइल अमेरिका तक परमाणु हमला करने में सक्षम है. यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस ने महाशक्तिशाली परमाणु मिसाइल आरएस-28 सरमत (RS-28 Sarmat) का परीक्षण कर पूरी दुनिया को चौंका दिया था।. इसकी कमान रूस की स्ट्रैटजिक रॉकेट फोर्सेज के हाथ में होती है.
इस मिसाइल को रूसी कंपनी मेकयेव रॉकेट डिज़ाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है. यह मिसाइल 2009 से अंडर ट्रायल है, इसे 2022 में ही रूसी सेना में कमीशन करने का प्लान है. यह इंटरबैलिस्टिक मिसाइल है और लंबी दूरी तक मारक क्षमता में निपुण है. इस मिसाइल के रूसी बेड़े में शामिल होना अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए परेशानी खड़ी करने वाली बात है.
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18000 किलोमीटर है ऑपरेशन रेंज
इस मिसाइल का मास 208.1 मीट्रिक टन है और लंबाई 35.5 मीटर और गोलाई 3 मीटर है. एक RS-28 सरमत मिसाइल के अंदर 10 से 15 वॉरहेड लगे होते हैं जो दूसरे फेज में हाई स्पीड से अलग-अलग जगहों पर निशाना साध सकते हैं.
भारी भरकम RS-28 सरमत मिसाइल को पावर देने के लिए आरडी-274 लिक्विड रॉकेट इंजन लगाया गया है. इस मिसाइल की ऑपरेशन रेंज 18000 किलोमीटर है. यह मिसाइल मैक 20.7 (लगभग 25560 किलोमीटर /घंटा) की स्पीड से उड़ान भर सकती है.
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