US: डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करवाना चाहता था ईरान! भाड़े के शूटर को दी सुपारी, एफबीआई ने किया नाकाम

Written By सुमित तिवारी | Updated: Nov 09, 2024, 09:24 AM IST

Us justice department

US: चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप पर दो जानलेवा हमले हुए जिनमें वह बाल-बाल बचे. अब चुनाव बाद इसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक ईरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करवाना चाहता था.

US: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हो चुका है और डोनाल्ड ट्रंप नए राष्ट्रपति बन चुके हैं. इसी बीच मैनहटन की संघीय अदालत में दाखिल एक आपराधिक शिकायत में इस बात का खुलासा किया गया है कि अमेरिका ने नए राष्ट्रपति की हत्या की योजना ईरान ने बनाई थी. ईरान डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करवाना चाहता था. इस खुलासे ने चारों तरफ सनसनी फैला दी है. 

ट्रंप की निगरानी और हत्या की जिम्मेदारी

दरअसल संघीय अदालत में दाखिल एक आपराधिक शिकायत के मुताबिक ईरान की पैरामिलिट्री रिवॉल्यूशनरी गार्ड के एक अनाम अधिकारी ने फरहाद शकीरी नाम के शख्स को ट्रंप की निगरानी और हत्या की जिम्मेदारी दी थी. इस साजिश में फरहाद के साथ न्यूयॉर्क के दो लोगों को भी शामिल किया गया है. 

अगर अभी न हो पाए तो फिर चुनाव के बाद 

इतनी ही नहीं फरहाद से यह भी कहा गया था कि अगर सिंतबर में इसे प्लानिंग को अंजाम ने दे सके तो फिर चुनाव खत्म होने का इंतजार करे और फिर चुनाव के बाद ट्रंप की हत्या की साजिश को पूरा करे. दरअसल ईरान को लगता था कि ट्रंप चुनाव हार जाएंगे. चुनाव हारने के बाद ट्रंप की सुरक्षा का बहुत खास इंतजाम नहीं रहेगा. ऐसी स्थिति में हत्या करना ज्यादा आसान हो जाएगा. 

न्यूयॉर्क के दो लोग भी थे शामिल

बता दें कि ईरान ने ट्रंप को जान से मारने की साजिश सिंतबर में रची थी. शिकायत के अनुसार शकीरी ने एफबीआई को बताया कि ईरानी अधिकारी ने उसे सात दिन के भीतर हत्या की योजना बनाने का निर्देश दिया था. हालांकि उसने तब योजना बनाई नहीं थी. इस योजना में फरहाद के साथ न्यूयॉर्क के  36 साल का जोनाथन लोधोल्ट और 49 साल का कार्लिस्ली रिवेरा भी शामिल थे.


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चुनाव से हुए थे जानलेवा हमले
आप मे से कई लोगों को याद होगा कि अमरिका में राष्ट्रपति के चुनाव से पहले एक चुनावी रैली के दौरान ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था. एक बार और उन जानलेवा हमला हुआ था. इन दोनों हमलों में वह बाल-बाल बचे थे. 

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