डीएनए हिंदी: सूरज से चला लपटों और ज्वालाओं का एक तूफान (Solar Storm) जल्द ही धरती से टकराने वाला है. स्पेस एजेंसी NASA से जुड़े वैज्ञानिकों और भौतिक विज्ञान के विशेषज्ञों का मानना है कि इस तूफान से इतनी गर्मी और चुंबकीय शक्ति (Magnetic Power) निकलती है कि इससे बिजली के ग्रिड, मोबाइल नेटवर्क और जीपीएस (GPS) के साथ-साथ रेडियो सिग्नल (Radio Signal) भी बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं. साथ ही, टेलिविजन नेटवर्क और रेडियो सिग्नल से चलने वाले सैटलाइट उपकरण पर भी बुरा असर हो सकता है. आपको बता दें कि सूरज की सतह पर लगातार कई विस्फोट के बाद इतनी ऊर्जा निकली है कि उसकी लपटें अब धरती तक पहुंचने वाली हैं.
नेशनल ओसनिक ऐंड एटमॉस्फरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) के मुताबिक, सूरज पर ये धमाके 14 जून को हुए थे और उसी का नतीजा है अब इसका असर धरती पर भी दिखने वाला है. इसी वजह से स्पेस एजेंसियां और वैज्ञानिक लगातार अलर्ट जारी कर रहे हैं. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सांप के जैसे आकार वाला यह तूफान धरती से सीधे टकराएगा.
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कितना नुकसान पहुंचाएगा Solar Storm?
आपको बता दें कि सौर लपटों की क्षमता को कई स्तरों में बांटा जाता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि इस बार का यह तूफान लेवल- G2 या लेवल-G3 का हो सकता है. इसका मतलब यह है कि इससे कोई बड़ा नुकसान होने की आशंका नहीं है. हालांकि, धरती के कुछ हिस्सों में चमकदार लाइट शो जैसा देखने को मिल सकता है. हालांकि, जिन इलाकों में यह तूफान सीधे-सीधे टकराएगा वहां कुछ समस्याएं ज़रूर हो सकती हैं.
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इससे सबसे बड़ी समस्या GPS इस्तेमाल करने वाले लोगों, नेविगेशन पर चलने वाली डिवाइसों, रेडियो सिग्नल पर काम करने वाली डिवाइसों और टेलिविजन नेटवर्क को हो सकती है. वैज्ञानिकों को आशंका है कि अगर इस सोलर तूफान का असर ज्यादा हुआ तो कई इलाकों में ये सेवाएं अचानक से बंद हो सकती हैं और लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामाना करना पड़ सकता है.
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