Pakistan Inflation: कंगाल पाकिस्तान में भारतीय कंपनियों का क्या होगा? टाटा, बिरला, जिंदल ने लगा रखा है मोटा पैसा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 11, 2023, 01:16 PM IST

आर्थिक बदहाली की ओर आगे बढ़ रहा है पाकिस्तान.

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान की हालत लगभग श्रीलंका जैसी हो गई है. पाकिस्तान आर्थिक बदहाली से बुरी तरह जूझ रहा है.

डीएनए हिंदी: पाकिस्तान (Pakistan) में आर्थिक हालात (Financial crisis) बद से बदतर होते जा रहे हैं. श्रीलंका की तरह पाकिस्तान भी दिवालिया होने की राह पर निकल पड़ा है. श्रीलंका की मदद के लिए भारत सुपरमैन बनकर सामने आया था लेकिन पाकिस्तान के साथ ऐसी स्थिति निकट भविष्य में नहीं आने वाली है. पाकिस्तान में कई भारतीय कंपनियों ने निवेश किया है. टाटा, जिंदल, हिंदुस्तान यूनीलिवर, बिरला जैसी कई कंपनियों का पाकिस्तान में स्थापित कारोबार है. ऐसे में पाकिस्तान की बदहाली का असर इन कंपनियों पर भी पड़ सकता है. दरअसल इन कंपनियों में पाकिस्तानियों ने भी निवेश किया है. 

पाकिस्तान में हालात इतने बुरे हो गए हैं कि शॉपिंग मॉल और दूसरी सार्वजनिक स्थलों को बंद किया जा रहा है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था एक बड़े आर्थिक संकट में फंस गई है, जिससे बाहर का रास्ता नजर नहीं आने वाला है. पाकिस्तान में आटा, चीनी और घी जैसी रोजमर्रा की चीजें मंहगी हो गई हैं. कीमतों में हर दिन उछाल देखने को मिल रहा है. पाकिस्तान बढ़ते कर्ज, बढ़ी हुई एनर्जी प्राइस, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, वैश्विक मुद्रास्फीति, राजनीतिक अस्थिरता और जीडीपी विकास में मंदी से निपटने में बुरी तरह जूझ रहा है.

आटा, दाल और प्याज के लिए तरसे लोग, तालिबानी दे रहे धमकी, क्या खत्म हो जाएगा पाकिस्तान?

शॉपिंग माल, पब्लिक प्लेस पर बिजली बचाने की जुगत लगा रहा पाकिस्तान

प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ऊर्जा की खपत को रोकने के लिए शॉपिंग मॉल और बाजारों को रात 8:30 बजे तक और रेस्तरां को रात 10:00 बजे तक बंद करने आदेश दिया है. पाकिस्तान हर उपाय कर रहा है लेकिन आर्थिक बदहाली मिट नहीं रही है.

भुखमरी की कगार पर पहुंचा पाकिस्तान, जरूरी सामानों के लिए भी तरस रहे लोग

पाकिस्तान में आर्थिक संकट इस हद तक बढ़ गया है कि सरकार ने कुछ दिनों पहले अमेरिका में पाकिस्तानी दूतावास की एक संपत्ति की नीलामी कर दी. पाकिस्तान के लाहौर में आटे की भारी किल्लत हो रही है. ज्यादातर दुकानों पर आटा न मिलने से कीमतें आसमान छू रही हैं. 

पाकिस्तान में 15 किलो आटे के बैग की कीमत दो सप्ताह में 300 रुपये से ज्यादा बढ़ गई है. अब पाकिस्तान में 2,050 रुपये में आटे की बोरी मिल रही है. सरकार ने यूटिलिटी स्टोर्स कॉरपोरेशन  के जरिए बिक्री के लिए चीनी और घी की कीमतों में 25 प्रतिशत से 62 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है.

पाकिस्तान में 3100 रुपये में मिल रहा है आटा, रोटी के लिए तरसे लोगों के बीच मची भगदड़

पाकिस्तान काफी हद तक आयातित ईंधन पर निर्भर है. सरकार ने केंद्र सरकार के सभी विभागों को भी ऊर्जा खपत में 30 फीसदी की कमी लाने का आदेश दिया है. देश की सत्ताधारी पार्टी के एक ट्वीट के मुताबिक, 'इन उपायों के जरिए पाकिस्तान 62 अरब पाकिस्तानी रुपये बचा सकता है.

श्रीलंका जैसा हुआ पाकिस्तान का हाल

पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से घट रहा है. IMF बेलआउट किश्त में लगातार कमी आ रही है. पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक का कहना है कि दिसंबर में पाकिस्तान का कुल विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 11.7 अरब डॉलर हो गया. IMF के साथ मतभेदों की वजह से पाकिस्तान की आर्थिक बदहाली और बढ़ रही है. पाकिस्तान ने अपना 1.1 बिलियन की बेलआउट किश्त भी नहीं भर पाया है. पाकिस्तान ने 2019 में, IMF से 6 बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज हासिल किया था. वित्तीय संस्थान ने देश को पिछले साल अगस्त तक 3.9 बिलियन डॉलर का फंड दिया था. 


पाकिस्तान लगातार हो रहा है कंगाल, बाढ़ ने और बिगाड़ी स्थिति

पाकिस्तान में आई आर्थिक संकट की एक वजह प्रलंयकारी बाढ़ भी है. पाकिस्तान में बाढ़ की वजह से 33 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे. जून से अक्टूबर के दौरान हालात बद से बदतर हो गए हैं. पाकिस्तान को इससे 30 बिलियन डॉलर से ज्यादा का घाटा हुआ है. बाढ़ ने आयात पर पाकिस्तान की निर्भरता बढ़ा दी है. देश का निर्यात बुरी तरह से नीचे गिर गया है. पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, दिसंबर 2022 में देश का व्यापार घाटा 2.8 बिलियन डॉलर से अधिक था क्योंकि निर्यात 16 प्रतिशत से अधिक घटकर 2.3 बिलियन डॉलर हो गया. इसके अलावा, पाकिस्तानी रुपया भी अमेरिकी डॉलर की तुलना में 2022 में लगभग 30 प्रतिशत गिर रहा है.

चीन नहीं अमेरिका के भरोसे पाकिस्तान को मिलेगी रोटी? ये बड़ी मदद काटेगी संकट

आर्थिक संकट से उबरेगा नहीं पाकिस्तान

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को जून 2023 तक 30 अरब डॉलर से ज्यादा घाटा हुआ है. पाकिस्तान के सामने कई संकट हैं. एनर्जी से लेकर लोन डिडक्शन तक, पाकिस्तान हर मोर्चे पर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. विश्व बैंक के मुताबिक पाकिस्तान की जीडीपी 2 प्रतिशत इजाफा भी हासिल कर पाए, यह असंभव है. विश्व बैंक ने अपनी एनुअलर लोन रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि 2021 तक पाकिस्तान का कुल विदेशी ऋण 130.433 अरब डॉलर था. यह लगातार बढ़ रहा है. पाकिस्तान की तबाही तय है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.