Hong Kong ने दी Heatwave से जूझ रहे चीन को चेतावनी, पूर्वी चीन सागर में आया साल का सबसे बड़ा सुपर टाइफून

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 31, 2022, 07:31 PM IST

Hong Kong वेधशाला ने इस तूफान की जानकारी दी है. इस सुपर टाइफून को हिन्नामनॉर नाम दिया गया है, जिसकी गति 257 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है, जिससे समुद्र में 50 फुट ऊंची लहरें उठ सकती हैं. इससे चीन के पूर्वी तट और जापान के दक्षिणी द्वीपों को खतरा हो सकता है.

डीएनए हिंदी: सूखे और हीटवेव (Heatwave) से जूझ रहे चीन के लिए प्रकृति की तरफ से खतरे की नई घंटी बज गई है. हांगकांग (Hong Kong) की एक वेधशाला ने पूर्वी चीन सागर (East China Sea) में इस साल के सबसे बड़े चक्रवात के आने की चेतावनी दी है. इस तूफान से चीन के पूर्वी तट के साथ ही जापान के दक्षिणी द्वीपों को भी खतरा हो सकता है. इस सुपर टाइफून को हिन्नामनॉर नाम दिया गया है.

यूएस जॉइंट टाइफून सेंटर (USTWC) के अनुसार, हिन्नामनॉर चक्रवात फिलहाल औसतन 257 किलोमीटर प्रति घंटे (करीब 160 मील) की रफ्तार से चल रहा है. अब तक इसकी अधिकतम रफ्तार 313 किलोमीटर प्रति घंटा (करीब 195 मील) दर्ज की गई है. इस चक्रवात के कारण समुद्र में 50 फुट ऊंची लहरें उठने का अनुमान है. 

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस तूफान की जितनी स्पीड दर्ज की गई है, उस आधार पर हिन्नमनॉर इस साल का सबसे तेज और शक्तिशाली तूफान साबित होने जा रहा है.

भारत के लिए नहीं है इस चक्रवात से खतरा

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, इस चक्रवात का केंद्र बुधवार सुबह 10 बजे जापान के ओकिनावा से लगभग 230 किलोमीटर पूर्व में था. इसके 22 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दक्षिण-पश्चिम में स्थित रयूकू द्वीप की ओर बढ़ने का अनुमान है. हांगकांग की सरकारी वेबसाइट ने तूफान का जो मैप जारी किया है, उसके लिहाज से यह तूफान ताइवान (Taiwan) के करीब आकर चीन और जापान की तरफ मुड़ जाएगा.

वहां से इसका असर चारों तरफ करीब 800 किलोमीटर के दायरे में रहेगा. इस लिहाज से इसका असर वियतनाम के समुद्री तटों तक आकर समाप्त हो जाएगा. भारतीय तटों से यह जगह बेहद दूर होने के कारण यहां उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिलने वाला है.

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7 दशक में तीसरी बार आया है अगस्त में चक्रवात

कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के 'तूफान मौसम पूर्वानुमान' विभाग के प्रमुख लेखक फिल क्लॉट्ज़बैक ने बताया कि 7 दशक से अधिक समय में इससे पहले केवल दो बार ही अगस्त में भयानक तूफान आया है. इससे पहले 1961 और 1997 में चक्रवात आए थे, लेकिन उन दोनों तूफानों में इतनी तेजी नही थी. इस बार का तूफान उनके काफी ज्यादा शक्तिशाली है. 

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