Harshita Brella Murder Case: 24 साल की भारतीय युवती हर्षिता ब्रेला का शव 11 नवंबर को ईस्ट लंदन के इलफोर्ड में ब्रिसबेन रोड पर खड़ी सिल्वर वॉक्सहॉल कोर्सा कार की डिक्की में मिला था. मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हर्षिता 23 वर्षीय पंकज लांबा से शादी करने के बाद अप्रैल में ब्रिटेन चली गई थी.
इस हत्या से कुछ दिन पहले हर्षिता नॉर्थम्पटनशायर स्थित अपने घर से लापता बताई गई थी. 14 नवंबर को किए गए पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी. पुलिस जांच में पता चला कि लांबा ने 10 नवंबर की शाम को कॉर्बी में हर्षिता की कथित तौर पर हत्या कर दी थी. आरोप है कि पंकज लांबा पर आरोप है कि वह कॉर्बी से इलफोर्ड तक 100 मील से अधिक की दूरी तक कार चलाकर लाया, जहां हर्षिता का शव पाया गया. पुलिस कई संदेहों को एक साथ जोड़कर देख रही है और निशाना सीधे लांबा की तरफ जाता है. लांबा अब मुख्य संदिग्ध है. इस मामले ने स्थानीय समुदाय में खलबली मचा दी है, और आगे की जांच चल रही है.
हत्या के बाद पति फरार
पुलिस के बयान में कहा गया है, 'हमारा मानना है कि लांबा ने हर्षिता के शव को नॉर्थम्पटनशायर से इलफोर्ड तक पहुंचाया, जो पूर्वी लंदन में है. हमें लगता है कि वह अब देश छोड़कर जा चुका है. इस मामले में 60 से अधिक जासूस घर-घर जाकर, संपत्ति की तलाशी, सीसीटीवी और एएनपीआर (स्वचालित नंबर प्लेट पहचान) जांच आदि दिशाओं में काम कर रहे हैं.
अभी उसके सामने पूरी जिंदगी थी- पुलिस
पुलिस का दावा है कि 13 नवंबर को उन्हें हर्षिता के लापता होने की सूचना देने वाला एक फोन आया था. वे कॉर्बी के स्केग्नेस वॉक पर उसके घर गए, लेकिन उसे ढूंढ़ने में असमर्थ रहे. बाद में लापता व्यक्ति की जांच शुरू होने के बाद लंदन के इलफोर्ड इलाके में ब्रिसबेन रोड पर एक कार की डिक्की में हर्षिता की लाश मिली. डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर जॉनी कैंपबेल ने कहा, 'वह 20 साल की उम्र की एक युवा महिला थी, जिसके सामने पूरी ज़िंदगी थी, और यह बहुत दुखद है कि उसकी ज़िंदगी इस तरह से खत्म हो गई.'
जब हर्षिता ने 10 नवंबर की शाम को अपने परिवार से आखिरी बार बात की थी, तो उसने उन्हें बताया था कि वह रात के खाने की तैयारी कर रही है और अपने पति के घर आने का इंतजार कर रही है. जब दो दिनों तक उसका फोन काम नहीं कर रहा था, तो उसके परिवार को चिंता हुई और 13 नवंबर को नॉर्थम्पटनशायर पुलिस को फोन किया गया. 'हम अभी भी जानकारी की तलाश कर रहे हैं, और मैं उन सभी लोगों से आग्रह करूंगा जिन्होंने हर्षिता की मौत से पहले के दिनों में कॉर्बी, इलफोर्ड या कहीं भी पंकज लांबा को देखा हो, अगर उन्हें कुछ भी संदिग्ध दिखाई दे तो वे तुरंत पुलिस से संपर्क करें.
घरेलू हिंसा का शिकार
हत्या की जांच के अनुसार, हर्षिता के साथ इतनी बार घरेलू हिंसा हुई कि उसका एक इतिहास बन गया. मारपीट का सामना करने के बाद, सितंबर में उसे अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा संरक्षण आदेश (डीवीपीओ) दिया गया था, लेकिन न्यायिक कार्रवाई के बावजूद भी खतरा बना रहा. उसकी मौत से पहले के दिनों में, पड़ोसियों ने दावा किया कि उन्होंने दंपति के घर से विवाद की आवाजें सुनी हैं. हर्षिता के पिता, सतबीर ब्रेला को BBC ने यह कहते हुए उद्धृत किया, 'मैं चाहता हूं कि मेरे दामाद को न्याय के समक्ष लाया जाए और मैं चाहता हूं कि मेरी बेटी का शव घर लाया जाए.' हर्षिता पहले अपना घर छोड़कर चली गई थी क्योंकि पंकज ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था, लेकिन वह शादी को बचाने के प्रयास में वापस आ गई थी. परिवार का दावा है कि पंकज ने हर्षिता के अपनी मां से बहुत ज़्यादा बात करने या समय पर खाना न बनाने को लेकर चिंता जताई थी. हर्षिता ने अगस्त में अपने पिता से संपर्क करके बताया कि पंकज के आक्रामक रवैये की वजह से वह भाग गई थी.
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पुलिस के अनुसार, हर्षिता को घरेलू हिंसा निषेधाज्ञा के तहत संरक्षण प्राप्त था, जिसके तहत उसके पति को उससे संपर्क करने या उसे धमकाने से रोका गया था. उसके पिता ने BBC को बताया कि परिवार उसका शव भारत वापस लाना चाहता है. उन्होंने कहा, 'अगर उसकी आत्मा को शांति मिलती है, तो शायद हमें भी शांति मिलेगी.'
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