Ukraine से अनाज लेकर निकले तीन जहाज, जानिए किन देशों में दूर होगा खाद्यान्न संकट

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 05, 2022, 10:52 PM IST

अनाज संकट से जूझ रहे हैं कई देश

Ukraine Food Grain Ships: लंबे समय के बाद एक बार फिर से यूक्रेन से अनाज की सप्लाई शुरू हो गई है. तीन बड़े जहाज यूक्रेन से अनाज लेकर निकल चुके हैं. इस पहली खेप में मक्का भेजा गया है.

डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से दुनिया के कई देशों को खाद्यान्न समस्या (Food Crisis) से दो-चार होना पड़ा. अब संयुक्त राष्ट्र और तुर्की की अगुवाई में रूस और यूक्रेन से हुए अलग-अलग समझौतों के बाद यूक्रेन का अनाज अलग-अलग देशों में जाने लगा है. यूक्रेनी बंदरगाह से हजारों टन मक्का लेकर शुक्रवार को तीन और जहाज रवाना हुए. यह अनाज यूरोप और दक्षिण अफ्रीका के कई देशों को भेजा जाएगा. ये देश कई महीनों से अनाज की कमी और बढ़ती कीमतों से जूझ रहे हैं. कई देशों में तो कीमतें आसमान छू रही हैं.

यह इस बात का संकेत है कि रूस की ओर से यूक्रेन पर लगभग छह महीने पहले आक्रमण के बाद से फंसे अनाज के निर्यात के लिए मध्यस्थता सौदा धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. हालांकि, जिन देशों को इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है, उन्हें खाद्यान्न प्राप्त करने में बड़ी बाधाएं हैं. आयरलैंड, ब्रिटेन और तुर्की के लिए रवाना जहाज ने युद्ध की शुरुआत के बाद से पहली बार काला सागर को पार किया.

यह भी पढ़ें- Video Ad में आइसक्रीम खाती दिखी महिला, ईरान सरकार ने विज्ञापन में काम करने पर ही लगा दी रोक 

कई अहम चीजों का उत्पादक है यूक्रेन
तुर्की और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता में रूस और यूक्रेन के बीच सौदे के तहत पहला जहाज इस सप्ताह की शुरुआत में अनाज लेकर लेबनान के लिए रवाना हुआ था. काला सागर क्षेत्र को दुनिया का 'ब्रेडबास्केट' कहा जाता है, क्योंकि इस क्षेत्र में यूक्रेन और रूस गेहूं, मक्का, जौ और सूरजमुखी तेल के प्रमुख वैश्विक आपूर्तिकर्ता हैं, जो अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के कुछ हिस्सों में लाखों गरीब लोगों का भरण-पोषण करते हैं. 

विशेषज्ञों का कहना है कि अनाज के निर्यात ने वैश्विक खाद्य संकट को कम करने की उम्मीद जगाई है लेकिन यूक्रेन जो अनाज निर्यात करने की कोशिश कर रहा है, उसका इस्तेमाल जानवरों के चारे के लिए किया जाता है, न कि लोगों के खाने के लिए. अनाज लेकर यूक्रेनी बंदरगाहों से रवाना जहाज उन मालवाहक जहाजों में शामिल थे, जो अनाज से लदे हुए थे लेकिन फरवरी के अंत में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के कारण बंदरगाहों पर फंस गए थे. 

यह भी पढ़ें- China-Taiwan का झगड़ा और सेमीकंडक्टर का बाजार, आखिर इतना परेशान क्यों है अमेरिका?

यूक्रेन से अनाज का निर्यात शुरू होने के बावजूद कई कारणों से मक्का, गेहूं और सोयाबीन की वैश्विक कीमत पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है. तीन जहाज शुक्रवार को 58,000 टन से अधिक मक्का लेकर यूक्रेन से रवाना हुए लेकिन यह उस दो करोड़ टन अनाज का एक अंश भर है जो यूक्रेन के मुताबिक उसके बंदरगाहों और भंडार गृहों में फंसा हुआ है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Food crisis russia ukraine russia ukraine conflict Grain Crisis