डीएनए हिंदी: विदेश में सफर के लिए यात्रियों के पा अपने देश का पासपोर्ट होना ही चाहिए. इसके पासपोर्ट इस बात की पहचान होता है कि वह व्यक्ति किस देश का नागरिक है. कुछ देश ऐसे होते हैं जिनके नागरिकों को भाग्यशाली होते हैं क्योंकि उनके देश के पासपोर्ट के पास खास शक्तियां होती हैं. हाल ही में सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की रैकिंग भी जारी कर दी गई. यह रैंकिंग यह बताती है कि कौन सा पासपोर्ट कितना शक्तिशाली है.
दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की लिस्ट लंदन की ग्लोबल सिटिजनशिप एंड रेसिडेंस एडवाइजरी फर्म हेनले एंड पार्टनर्स जारी करती है. इसने ही इस बार भी साल 2023 के लिए दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की है. बता दें कि इस रैंकिंग में एक बार फिर टॉप पर जापान है. इस लिस्ट में सिंगापुर और दक्षिण कोरिया ने दूसरे पायदान पर बराबर हैं.
अब दिल्ली से लखनऊ के लिए भी चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस, कानपुर वालों की भी होगी मौज
दरअसल, पासपोर्ट की रैंकिंग की प्रक्रिया की बात करें तो इसके लिए इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन से जानकारी ली जाती है. इसके बाद इंडेक्स बनाने वाली संस्था हेनले द्वारा 199 देशों के रैंकिंग तय की जाती है. पासपोर्ट की ताकत उस देश के नागरिक द्वारा 227 अलग अलग गंतव्यों पर बिना वीजा के घूमने की सुविधा के आधार पर किया जाता है। इसके अलावा अपडेट होती रहने वाली वीजा पॉलिसी के तहत इस लिस्ट को भी अपडेट किया जाता है जिसके चलते इसमें समय समय पर बदलाव भी होते हैं. सटीक शब्दों में कहें तो सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट का मतलब है कि उस देश का नागरिक बिना वीजा कितने देशों की यात्रा कर सकता है.
भारत की बात करें तो ग्लोबल पासपोर्ट रैंकिंग 2023 में भारत की रैंक 85वीं है. वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे खराब पासपोर्ट है. इसके अलावा भूटान का पासपोर्ट 90 नंबर पर है. चीन के पासपोर्ट की रैंकिंग 66वीं है. श्रीलंका का पासपोर्ट 100वें नंबर पर और बंग्लादेश का पासपोर्ट 101 स्थान पर है.
जल्द मिलेगी पीएम किसान योजना की 13वीं किस्त, सुधार लें ये वरना नहीं मिलेगी रकम
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.