डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने विदेशी नेताओं से तोहफे में मिली घड़ियों को अवैध ढंग से बेच दिया था. पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, पीएम या किसी और पद पर रहते हुए विदेशी मेहमानों से मिलने वाले तोहफे को तोशखाने में जमा कराना होता है. खबर है कि पूर्व पाक पीएम ने 3 महंगी घड़ियों को अवैध तरीके से बेचकर 3.6 करोड़ रुपये कमाए हैं. ये घड़ियां उन्हें खाड़ी देशों की ओर से तोहफे में मिली थी.
सरकारी खजाने को पीएम ने लगाया चूना
पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज ने एक आधिकारिक जांच विवरण के हवाले से दावा किया है कि खान ने प्रधानमंत्री रहने के दौरान इन हीरे-जवाहरात लगी हुई घड़ियों को बेच दिया था. इन घड़ियों से उन्होंने कीमती घड़ियों से करोड़ों रुपये कमाए हैं. इन 3 घड़ियों की कुल कीमत 15.4 करोड़ रुपये है. इमरान ने इन्हें कुल कीमत से बहुत कम सिर्फ 3.6 करोड़ रुपये में बेचा था.
पाकिस्तान के कानून के मुताबिक, विदेशी नेताओं से मिलने वाले किसी भी उपहार को सरकारी खजाने में जमा कराना होता है. हालांकि, पाकिस्तानी पीएम पर सिर्फ घड़ियों को ही बेचने का आरोप नहीं है. उन पर कई और महंगे और कीमती तोहफों को भी बेचने का आरोप है.
यह भी पढ़ें: धमाके से दहला पाकिस्तान का बलूचिस्तान, पुलिसकर्मी समेत 2 की मौत, 8 लोग घायल
Shehbaz Sharif ने इमरान खान पर लगाए थे आरोप
प्रधानंमत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि खान ने अपने कार्यकाल के दौरान तोशाखाने के तोहफे दुबई में 14 करोड़ रुपये में बेच दिए हैं. इमरान खान ने शरीफ के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा था कि उन्होंने अपने तोहफे बेचे हैं.
बता दें कि इमरान खान ने सरकार में रहते हुए नियमों में बदलाव किया था. तोशाखाना नियमों में बदलाव कर तय किया था कि तोहफे की मूल कीमत का 50 फीसदी का भुगतान करके उसे अपने पास रखा जा सकता है.
यह भी पढ़ें: क्या हो गई दुनिया के इस मशहूर क्रिकेट अंपायर की हालत, जूते और कपड़े बेचने को हैं मजबूर
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.