Tunisia Water crisis: अक्रीका के उत्तर में एकदम आखिरी छोर पर ट्यूनीशिया नाम का देश बसा हुआ है. इस समय ये देश पानी की किल्लत से जूझ रहा है. पूरा देश सूखा से प्रभावित है. यहां के निवासियों को पानी के संकट के चलते कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. देश के कृषि मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यहां के बांध का जलस्तर निरंतर घटता जा रहा है. मौजूदा स्थिति में कह सकते है कि देश में करीब 25 फीसदी पानी ही बचा हुआ है.
पानी के वितरण के लिए कोटा प्रणाली लागू
वहीं ट्यूनीशिया की सरकार ने पानी कि किल्लत के चलते देश में कोटा प्रणाली लागू कर दी है. सरकार का कहना है कि पानी की समस्या को देखते हुए देश में पानी का वितरण अब कोटा प्रणाली के तहत किया जाएगा. दूसरी तरफ पानी के कमी से देश के कई हिस्सो में बिजली की भी अपूर्ति हो रही है. जिसके कारण देश की आवाम में सरकार के प्रति काफी नारजगी है.
गौर करने वाली बात ये है कि इस देश में अक्टूबर के महीने के आस-पास राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. देश में बिगड़ते हालात को देखते हुए ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सईद ने प्रधानमंत्री अहमद हचानी को बर्खास्त कर दिया है. प्रधानमंत्री को हटाए जाने के लेकर उन्होंने कोई भी कारण साफ नहीं किया है. ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सईद ने पिछले साल ही अगस्त में अहमद हचानी को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया था.
यह भी पढ़ें- NEET PG 2024: टेस्ट सिटी की लिस्ट जारी, natboard.edu.in पर यूं करें चेक
ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने बुधवार देर रात एक बयान में इसकी जानकारी दी. राष्ट्रपति कार्यालय बयान में कहा है कि राष्ट्रपति सईद ने सामाजिक मामलों के मंत्री कामेल मद्दौरी को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है. जानकारों का कहना है कि संकट के दौर से गुजर रहे इस देश में अपनी इमेज अच्छी बनाने के लिए ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति कैस सईद ने फैसला लिया है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.