डीएनए हिंदी: सीरिया और तुर्की में आए भूकंप ने दोनों देशों के कई शहरों को पूरी तरह तबाह कर दिया है. अभी तक दोनों देशों को मिलाकर 28 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. आलम यह है कि मुर्दाघरों और श्मशानों में लोगों के अंतिम संस्कार के लिए जगह तक नहीं बची है. यूके की रिसर्च संस्था COMET ने सैटेलाइट तस्वीरें शेयर की हैं जिसमें कई सौ किलोमीटर लंबी दो दरारें देखी गई हैं. COMET का मानना है कि इतनी लंबी-चौड़ी दरारें सीरिया और तुर्की में आए भूकंप के बाद बनी हैं और ऐसा लग रहा है जैसे धरती ही फट गई हो.
यूके के सेंटर फॉर द ऑब्जर्वेशन एंड मॉडलिंग ऑफ अर्थक्वेक्सस, वोलकैनोस एंड टेक्टॉनिक्स (COMET) के रिसर्चर्स ने धरती की निगरानी करने वाली सैटेलाइट सेंटिनल-1 की मदद से भूकंप के पहले और बाद की तस्वीरें खींची है. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि भूमध्य सागर के उत्तर पूर्वी कोने के पास लगभग 300 किलोमीटर लंबी दो दरारें बन गई हैं.
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कई सौ किलोमीटर तक बन गई दरार
6 फरवरी को भूकंप का पहला झटका सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया था. COMET के मुताबिक, जो दूसरी दरार देखी गई वह पहले झटके के लगभग 9 घंटे बाद देखी गई और इसकी लंबाई लगभग 125 किलोमीटर है. यह स्पष्ट है कि इतनी बड़ी दरार भूकंप की वजह से ही हुई है.
COMET टीम के हेड टिम राइट का कहना है, 'जितना बड़ा भूकंप होता है उतनी ही बड़ी ये दरारें होती हैं. यह अब तक की सबसे बड़ी दरारों में से एक है. यह भी बहुत दुर्लभ है कि एक के बाद एक करके दो दरारें बनीं और ऐसा होने के बीच में सिर्फ कुछ घंटों का ही अंतर रहा.'
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वायरल हो गईं तस्वीरें
यह भी कहा जा रहा है कि धरती के अंदर की प्लेटों के खिसकने की वजह से आए भूकंप की तीव्रता इतनी थी कि धरती के ऊपर भी दरारें साफ देखी जा सकती हैं. COMET के ट्वीट के बाद आम लोग भी कई जगहों से तस्वीरें ट्वीट कर रहे हैं जिनमें देखा जा सकता है कि कई जगहों पर धरती फट गई है.
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