डीएनए हिंदी: तुर्की और सीरिया में आए 7.8 मैग्नीट्यूड के घातक भूकंप में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,000 से ज्यादा हो गई है. इस भूकंप से भारत भी प्रभावित हुआ है. विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि भूकंप के बाद एक भारतीय बिजनेस एक्जीक्यूटिव लापता है, जो अपनी कंपनी की तरफ से उस समय तुर्की के दौरे पर था. इसके अलावा 10 अन्य भारतीय तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में फंस गए हैं, लेकिन वे पूरी तरह सुरक्षित हैं. उन्हें वहांल से निकालने की कोशिश चल रही है.
पढ़ें- Turkey Earthquake: भारत का भी 59 फीसदी इलाका डेंजर जोन में, अगर आया तुर्की जैसा भूकंप तो क्या होगा?
भूकंप के समय तुर्की में मौजूद थे 3,000 भारतीय
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भूकंप के समय तुर्की में 3,000 भारतीय मौजूद थे. इनमें से ज्यादातर के सुरक्षित होने की जानकारी मिल चुकी है. भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था ठप होने से रिमोट इलाकों में फंस गए 10 भारतीयों के भी सुरक्षित होने की सूचना है. विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा के मुताबिक, बेंगलूरु की एक कंपनी में काम करने वाले एक भारतीय बिजनेस एक्जीक्यूटिव के लापता होने की सूचना है. वह अपनी कंपनी की तरफ से तुर्की की बिजनेस विजिट पर था. हम उसकी कंपनी और उसके परिवार के साथ संपर्क में हैं. साथ ही तुर्की के अधिकारियों के जरिए उसकी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.
अदाना में बनाया गया है कंट्रोल रूम
संजय वर्मा ने बताया कि हमने तुर्की के अदाना शहर में भारतीय नागरिकों की मदद के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया है. इससे पहले दिन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट में तुर्की को भेजी गई मदद की जानकारी दी. उन्होंने कहा, ऑपरेशन दोस्त के तहत भारत की तरफ से सीरिया को मैटीरियल, मेडिकल सप्लाई और उपकरण भेजे जा रहे हैं. साथ ही तुर्की में सर्च व रेस्क्यू टीमों को भेजा जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.