समुद्र के बढ़ते जलस्तर से खतरे में तुवालु, 11 हजार निवासियों पर विस्थापन का साया

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Sep 25, 2024, 05:16 PM IST

Tuvalu in danger

Tuvalu Island: आस्ट्रेलिया के तुवालू द्वीप पर जलमग्न होने का खतरा मंडरा रहा है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2050 तक तुवालु का अधिकांश हिस्सा डूब जाएगा.

Australia News: तुवालू प्रशांत महासागर आस्ट्रेलिया के बीच स्थित एक पोलिनेशियाई द्वीपीय देश है. बता दें कि प्रशांत महासागर में तुवालु द्वीप पर रहने वाले लगभग 11 हजार लोगों पर विस्थापित होने का खतरा मंडरा रहा है. वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाया है कि जब तक बच्चे बड़े होंगे, तब तक इस देश का अधिकांश हिस्सा पानी में डूब जाएगा. 

2050 तक डूब जाएगा आधा हिस्सा 
तुवालु का कुल क्षेत्रफल 26 वर्ग किमी का ही है, जबकि तुवालु की समुद्र तल से औसत ऊंचाई  मात्र 2 मीटर(6.50 फीट) है. वहीं यहां समुद्र का स्तर पिछले साल 6 इंच बढ़ा था, जो वैश्विक औसत का डेढ़ गुना है. नासा के वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि 2050 तक तुवालु के मुख्य एटोल, फुनाफुटी का आधा हिस्सा रोजाना आने वाले ज्वार के कारण पानी में डूब जाएगा. इस एटोल में तुवालु की 60% आबादी रहती है, और उनके गांव एक संकरी जमीन पर बसे हुए हैं. 

तुवालुवासीयों को ऑस्ट्रेलिया देगा शरण 
तुवालु के लोग सब्जियां उगाने के लिए बारिश के पानी के टैंकों और एक केंद्रीय बगीचे पर निर्भर हैं, क्योंकि समुद्र का खारा पानी जमीन में मिल जाने से वहां की फसलें खराब हो रही हैं. ऑस्ट्रेलिया के साथ 2023 में हुई एक नई जलवायु और सुरक्षा संधि के तहत, हर साल 280 तुवालुवासी ऑस्ट्रेलिया में प्रवास कर सकेंगे. यह प्रक्रिया अगले साल से शुरू होगी.

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