UNGA में भी कश्मीर से आगे नहीं बढ़ पाया पाकिस्तान, शहबाज शरीफ ने भारत से की उचित माहौल बनाने की अपील

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 24, 2022, 08:10 AM IST

पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ

India vs Pak at UNGA: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने UNGA की मीटिंग में एक बार फिर से कश्मीर का राग छेड़ दिया है.

डीएनए हिंदी: पाकिस्तान एक तरफ भारत से अपील कर रहा है कि वह वार्ता के लिए उचित माहौल बनाए. दूसरी तरफ, वह अपना कश्मीर राग छोड़ने को तैयार नहीं है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में हिस्सा लेने पहुंचे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) ने यहां भी आर्टिकल 370 और कश्मीर का जिक्र छेड़ा. शहबाज़ शरीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान, भारत समेत तमाम पड़ोसियों के साथ अमन-शांति का रिश्ता चाहता है. उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान कई युद्ध लड़ टुके हैं लेकिन शांतिपूर्ण संवाद से ही कोई हल निकल सकता है.

शहबाज़ शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ अमन चाहता है लेकिन दक्षिण एशिया में स्थायी शांति एवं स्थिरता कश्मीर मुद्दे के उचित और स्थायी समाधान पर निर्भर करती है. शहबाज़ शरीफ ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बदलने के लिए 5 अगस्त, 2019 को भारत के 'अवैध और एकतरफा' कदम ने शांति की संभावनाओं को और कमतर किया है और क्षेत्रीय तनाव को भड़काया है.

यह भी पढ़ें- Xi Jinping विरोधी पूर्व मंत्री ने ली थी रिश्वत, चीन की अदालत ने दे दी मौत की सजा 

'जंग कोई विकल्प नहीं, बातचीत से निकलेगा रास्ता'
उन्होंने कहा, 'मेरे ख्याल से यह सही वक्त है जब भारत को यह संदेश साफ तौर पर समझना चाहिए कि दोनों देश हथियारों से लैस हैं. जंग कोई विकल्प नहीं है. सिर्फ़ शांतिपूर्ण संवाद ही इन मुद्दों को हल कर सकता है ताकि आने वाले वक्त में दुनिया और ज्यादा शांतिपूर्ण हो जाए.' शहबाज़ शरीफ ने कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ा दी है, जिससे यह दुनिया का सबसे ज्यादा सैन्यीकृत क्षेत्र बन गया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आवाम कश्मीरियों के साथ खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी.

यह भी पढ़ें- दुनिया में 2.5 करोड़ बच्चों पर मंडरा रहा कई बीमारियों का खतरा: WHO 

संवाद और वार्ता की वकालत करते हुए शहबाज़ शरीफ ने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत करने के लिए आगे आने को तैयार हैं ताकि आने वाली पीढ़ियों को परेशानी न झेलनी पड़े और हम अपने संसाधनों को अपनी तकलीफों को कम करने और बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं का सामना करने के लिए संरचनाओं के निर्माण पर खर्च कर सकें. शरीफ ने कहा, 'मैंने विश्व मंच को आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया में शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं. भारत को उपयोगी वार्ता के लिए माहौल बनाने के वास्ते उचित कदम उठाने चाहिए.'

यह भी पढ़ें- यूक्रेन युद्ध के बीच G-7 देशों पर भड़का रूस, तेल सप्लाई रोकने की दी धमकी 

आपको बता दें कि भारत, पाकिस्तान से कई बार कह चुका है कि जम्मू कश्मीर उसका अभिन्न अंग था, है और रहेगा. शरीफ ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को अधिक गोला-बारूद खरीदने और तनाव को बढ़ावा देने की कोशिश में अपने संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहिए. अफगानिस्तान को लेकर उन्होंने कहा कि इस वक्त अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार को अलग-थलग करने से अफगान लोगों की पीड़ा बढ़ सकती है. शरीफ ने आतंकवाद पर कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान से संचालित प्रमुख आतंकवादी समूहों से उत्पन्न खतरे को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता को साझा करता है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.