इस साल नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US President Elections 2024) पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि हर चार साल में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव मंगलवार को ही क्यों होते हैं? इसका उत्तर इतिहास और सामाजिक परंपराओं में छिपा हुआ है. मंगलवार के दिन को चुनाव कराए जाने के पीछे ईसाई धर्म की मान्यताएं भी हैं. इसके अलावा, बाजार के प्रभाव को देखते हुए भी यह फैसला लिया गया है. आइए जानते हैं सप्ताह के इस खास दिन चुनाव कराए जाने के पीछे कौन सी वजहें हैं.
1845 में बनाया गया था यह महत्वपूर्ण कानून
अमेरिका में चुनाव (US President Elections) पहले अलग-अलग राज्यों में निर्धारित तारीख पर हुआ करते थे. हालांकि, कांग्रेस ने 1845 में एक कानून पारित किया था, जिसके तहत पूरे देश के लिए चुनाव का एक ही दिन नियत कर दिया गया. उस समय अमेरिका में बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर थी. नवंबर का महीना आम तौर पर लोगों के लिए थोड़ा खाली होता था, क्योंकि तब तक फसलों की कटाई पूरी हो चुकी होती थी.
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धार्मिक और आर्थिक कारण भी हैं मौजूद
चुनाव के दिन को नवंबर के पहले मंगलवार को रखने का कारण यह था कि चुनाव की तारीख 1 नवंबर को न पड़े. एक नवंबर ईसाई संतों का दिन माना जाता था और व्यापारी आमतौर पर महीने की पहली तारीख को पिछले महीने के हिसाब-किताब निपटाते थे. इसलिए यह तय किया गया कि नवंबर के पहले मंगलवार को चुनाव कराए जाएं. यह तारीख 1 नवंबर से न टकराए, इसके लिए व्यवस्था की गई कि अगर महीने की शुरुआत मंगलवार से हो रही है, तो उस महीने के पहले सोमवार के बाद वाले मंगलवार के दिन चुनाव होंगे.
उस समय अमेरिका में व्यापारी 1 नवंबर को अपने वित्तीय खातों का निपटारा करते थे. राजनीतिक दलों और प्रतिनिधियों को चिंता थी कि व्यापारियों के लिए यह अहम दिन होता है और ऐसे में इसका असर मतदान पर भी पड़ सकता है. इसलिए, यह तय किया गया कि चुनाव मंगलवार को कराएं जाएं, लेकिन तारीख एक नवंबर की न हो.
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यात्रा की सुविधा और चुनाव की तारीख
मंगलवार को मतदान कराने का निर्णय यात्रा की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लिया गया था. उस समय लोगों की यात्रा रविवार से शुरू होती थी, जिससे अधिकांश लोग सोमवार तक मतदान स्थल पर नहीं पहुंच पाते थे. इसलिए मंगलवार को मतदान करना एक उचित विकल्प माना गया. इस प्रकार, मंगलवार को चुनाव का दिन तय करने के पीछे धार्मिक, आर्थिक और सामाजिक कारणों को माना जाता है.
चुनाव में कांटे की टक्कर
आपको बता दें कि इस बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं. उनका सामना रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से है.दोनों नेताओं के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन का नामांकन वापस लेने के बाद कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार बनी थीं.
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