डीएनए हिंदी: इजरायल और हमास की जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी तेल अवीव पहुंच गए हैं. बाइडेन के इजरायल पहुंचने के बाद बेंजामिन नेतन्याहू उनका स्वागत करने पहुंचे थे. जो बाइडेन के इजरायल पहुंचने से चंद घंटे पहले ही गाजा के एक अस्पताल पर रॉकेट से हमला किया गया जिसमें 500 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. इस हमले के बारे में फिलिस्तीन और हमास का कहना है कि इसे इजरायल ने किया है. वहीं, इजरायल का कहना है कि यह रॉकेटर हमास की ओर से मिसफायर हुआ और अस्पताल पर जा गिरा. इस सबके बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भी एक बैठक बुलाई गई है.
इजरायल पर हमले के बाद से ही अमेरिका की ओर से एंटनी ब्लिंकन वहां पहले से मौजूद हैं और स्थितियों पर लगातार नजर रख रहे हैं. हालांकि, गाजा के अस्पताल के हमले के बाद जो बाइडेन का जॉर्डन दौरा रद्द हो गया है. जॉर्डन में वह मिस्र और फिलिस्तीन के राष्ट्राध्यक्षों के साथ बैठक करने वाले थे. जो बाइडेन ने भी गाजा के अस्पताल पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है.
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UNSC में भी होगी चर्चा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को एक प्रस्ताव पर मतदान होने वाला है जिसमें इजरायल पर हमास द्वारा किए गए जघन्य आतंकवादी हमले के साथ साथ आम नागरिकों पर हिंसा की निंदा की गई है. साथ ही, गाजा में जरूरतमंद लाखों लोगों को मदद पहुंचाने का आह्वान किया गया है. ब्राजील द्वारा पेश किए गए मसौदा प्रस्ताव के अंशों को लेकर बातचीत मंगलवार को भी जारी रही और मसौदा प्रस्ताव के जिस अंतिम संस्करण पर मतदान होना है, वह मंगलवार देर रात तक भी जारी नहीं हो पाया. इस दौरान परिषद ने सोमवार शाम को रूस द्वारा तैयार उस मसौदा प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें हिंसा और नागरिकों के खिलाफ आतंकवाद की तो निंदा की गई थी और 'मानवीय संघर्ष विराम' का आह्वान किया गया था लेकिन इसमें हमास का जिक्र नहीं किया गया था.
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रूस ने ब्राजील के प्रस्ताव में दो संशोधन की पेशकश की है जिस पर पहले मतदान होगा. इनमें से एक पेशकश में 'मानवीय संघर्ष विराम' का आह्वान किया गया है. अन्य संशोधन में नागरिकों पर निरंतर हमलों और अस्पतालों एवं स्कूलों जैसे असैन्य संस्थानों पर हमलों की निंदा की गई है जो लोगों को जीवित रहने के साधनों से वंचित करते हैं.
ब्राजील इस महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है और उसके संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा कि मतदान के बाद एक आपात बैठक की जाएगी जिसमें गाजा सिटी के अस्पताल पर भीषण विस्फोट एवं उसके बाद लगी आग की घटना पर चर्चा की जाएगी. इस अस्पताल में पहले से ही घायल मरीजों की भरमार थी और फलस्तीनियों ने भी यहां शरण ली थी. हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि विस्फोट में कम से कम 500 लोगों की मौत हुई है.
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