डीएनए हिंदी: अमेरिका की एयरफोर्स में काम कर चुके पूर्व अधिकारी ने यूएस कांग्रेस के सामने हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. मेजर ग्रश ने कोर्ट में कहा कि अमेरिका यूएफओ की रिवर्स इंजीनियरिंग पर काम कर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि दशकों से अमेरिका यूएफओ (आसमान में तश्तरी जैसा उड़ने वाला) जिसे वहां अब यूएपी कहा जाता है और एलियंस के बारे में बहुत बड़ी जानकारी पूरी दुनिया से छुपा रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका की सरकार को 1930 से ही एलियंस यानी कि ऐसे शरीरों की जानकारी है जो इंसानों के नहीं हैं. उन पर अलग-अलग तरह के परीक्षण और रिसर्च किए जा रहे हैं. वहीं अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने पूर्व वायुसेना अधिकारी के खुलासे को खारिज कर दिया है.
अमेरिका के पास हैं एलियंस की बॉडी
अमेरिका के पूर्व सैन्य अधिकारी मेजर ग्रश ने कोर्ट में एलियंस पर पूछे सवाल के जवाब में कहा, 'जैसा कि मैंने पहले भी अपने इंटरव्यू में कहा है कि एलियन स्पेसक्राफ्ट से ऐसी कुछ चीजें बरामद की गई थीं. यह इंसानी शरीर नहीं था और इसके बारे में उस रिसर्च प्रोग्राम के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी थी. अभी भी इन नॉन ह्यूमन बॉडी पर परीक्षण के काम चल रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि अपनी ड्यूटी के दौरान उन्हें दशकों से चल रही यूएपी क्रैश और उस पर होने वाले रिवर्स इंजीनियरिंग के बारे में जानकारी दी गई थी. '
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मेजर ग्रश ने बताया कि साल 2019 में यूएपी पर सरकार की टास्क फोर्स के प्रमुख ने उन्हें फोर्स के मिशन से संबंधित सभी खूफिया प्रोग्राम की पहचान करने का काम दिया था. इसी दौरान उन्हें इस बारे में जानकारी मिली और अमेरिका यूएफओ और एलियंस पर दशकों से काम कर रहा है. मेजर ग्रश इंटेलीजेंस ऑफिसर के तौर पर काम कर चुके हैं. उनके दावे ने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है हालांकि अमेरिका की ओर से इनका खंडन किया गया है.
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पेंटागन ने मेजर ग्रश के दावों को बताया बकवास
पेंटागन ने मेजर ग्रश के दावों को खारिज करते हुए इसे मनगढ़ंत कहानी बताई. पेंटागन ने एक बयान में कहा कि जांच में यूएपी की रिवर्स इंजीनियरिंग के दावों की बातें कोरी कल्पना महैं. फिलहाल ऐसा कोई प्रोग्राम नहीं चल रहा है और न ही अतीत में ऐसा किसी तरह का रिसर्च किया गया है. मेजर ग्रश ने ये भी बताया कि सरकारी व्हिसिलब्लोअर बनने के चलते उन्हें काफी विरोध झेलना पड़ा था. उन्हें कई तरह से प्रभावित और परेशान करने की भी कोशिश की गई.
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