Bomb Cyclone क्या है, अमेरिका में -11 डिग्री तक पहुंच जाएगा तापमान, समझिए कितना है खतरा

Written By नीलेश मिश्र | Updated: Dec 24, 2022, 07:32 PM IST

Bomb Cyclone USA

Bomb Cyclone Effects USA: अमेरिका में अगले कुछ दिनों में Bomb Cyclone आ रहा है जिससे तापमान -11 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाएगा.

डीएनए हिंदी: कड़ाके की ठंड से इन दिनों भारत के लोग परेशान हैं. ऐसा ही कुछ हाल अमेरिका के लोगों का भी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने भी लोगों को चेतावनी दी है. जो बाइडन ने कहा है कि जो लोग अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार के घर जाने वाले हैं वे जल्दी चले जाएं क्योंकि एक सर्द तूफान आने वाला है. इस सर्द तूफान को Bomb Cyclone कहा जा रहा है. आशंका जताई जा रही है कि इसकी ताकत बढ़ने वाली है और यह सबकुछ जमा देगा. दरअसल, इस सर्द तूफान का असर इतना खतरनाक होगा कि इससे पैदा होने वाली स्थिति को ही बॉम्ब साइक्लोन कहा जाता है. यह बहुत दुर्लभ स्थिति में होता है लेकिन इस बार ऐसा ही कुछ होने वाला है.

इस Bomb Cyclone की वजह से अमेरिका में इस हफ्ते भारी बर्फबारी के साथ, तेज और हांड़ कंपा देने वाली हवाओं के साथ कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है. क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियां मनाने निकलने वाले अमेरिका वासियों के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि सर्दी ऐसी होने वाली है कि सारा मजा खराब हो जाएगा. ये सर्द हवाएं आर्कटिक क्षेत्र की ओर से आ रही हैं और अनुमान है अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों पर इसका पड़ेगा. साथ ही, इस हफ्ते के आखिर में अमेरिका के कई इलाकों में तापमान माइनस में पहुंच जाएगा.

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Bomb Cyclone क्या है?
यह एक तरह का तूफान है. इसमें तापमान बहुत कम हो जाता है और ठंड कड़ाके की पड़ती है. दरअसल, इसमें वातावरण का दबाव कम से कम 24 घंटे के लिए बहुत कम हो जाता है. यह दबाव हर घंटे लगभग 1 मिलीबार की रफ्तार से कम होता है. जितना यह दबाव कम होता है तूफान की रफ्तार उतनी ही तेज होती जाती है. चारों तरफ बड़ी बर्फ और सर्दियों के मौसम की वजह से यह तूफान आम लोगों के लिए काल बन जाता है क्योंकि इतनी तेज रफ्तार में चलने वाली सर्द हवाएं सबकुछ जमा देती हैं.

बॉम्ब साइक्लोन तब बनता है जब कई अलग-अलग तरह की हवाएं एक साथ आती हैं. इसमें कुछ हवाएं ठंडी तो कुछ गर्म होती हैं. जैसे-जैसे गर्म हवा ऊपर उठती है दबाव कम होता है और बादल जैसी संरचनाएं बनने लगती हैं. इस तरह के हालात होते ही तूफान बनता है और यह घड़ी की दिशा के ठीक विपरीत घूमता है. इससे कम दबाव वाला क्षेत्र तैयार होता है. सर्दियों के मौसम में ऐसी स्थिति बनने पर बर्फीला तूफान आता है.

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अमेरिका की राष्ट्रीय मौसम सेवा का अनुमान है कि इस तूफान की वजह से तापमान गिरकर -11 डिग्री तक पहुंच जाएगा. वैसे तो यह कुछ घंटों के लिए ही होगा लेकिन यह भी काफी नुकसान पहुंचा सकता है. अनुमान है कि हवा का दबाव 1003 मिली बार से गिरकर 968 मिली बार तक पहुंच जाएगा. इतना कम तापमान होने पर 1 मिनट में ही आपको कोल्ड स्ट्रोक या शीतदंग (Frostbite) जैसी चीजें हो सकती हैं.

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