Camel Flu: कोरोना जैसा खतरनाक है कैमल फ्लू, पढ़ें कैसे फैलता है और FIFA से क्या है इसका कनेक्शन

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 15, 2022, 12:57 PM IST

कतर में लोगों को ऊंटों से दूर रहने की सलाह दी गई है. 

FIFA World Cup 2022: फीफा वर्ल्ड कप के दौरान इस बीमारी का खतरा और बढ़ गया है. लोगों को ऊंटों से दूर रहने की सलाह दी गई है. 

डीएनए हिंदीः कतर में फीफा वर्ल्ड (FIFA World Cup 2022) कप के दौरान एक नई बीमारी का खतरा मंडरा रहा है. इससे मैच देखने गए दर्शकों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. कैमल फ्लू (Camel Flu) नाम की इस बीमारी को लेकर एडवायजरी भी जारी की गई है. जिन खाड़ी देशों में ऊंटों का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है, वहां इस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा है. इस बीमारी को कोरोना जैसी बीमारी बताया जा रहा है. आखिर क्या है यह बीमारी और इसके लक्षण क्या है?  

क्या है कैमल फ्लू?
कैमल फ्लू एक तरह का वायरस है जो ऊंटों से इंसानों में फैलता है. इस बीमारी का खतरा उन देशों में अधिक है यहां ऊंटों की संख्या अधिक है. सामान्यतः खाड़ी देशों में ऊंटों का इस्तेमाल ट्रांसपोर्टेशन से लेकर दूध और मांस तक के लिए किया जाता है. ऐसे में यहां इस बीमारी का खतरा सबसे अधिक है. कतर में इन दिनों फीफा वर्ल्ड कप चल रहा है. ऐसे में यहां लाखों की संख्या में फुटबॉल प्रेमी मैच देखने पहुंचे हैं. यहां इस बीमारी का खतरा काफी ज्यादा है.  

ये भी पढ़ेंः LoC और LAC में क्या फर्क होता है? आखिर चीन और भारत के बीच बॉर्डर पर क्यों नहीं चलाई जाती गोलियां

पहली बार कब आया था केस 
पहली बार 2012 में  MERS यानी मिडिल ईस्ट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम वायरस का केस सऊदी अरब में आया था. यह एक श्वसन रोग है. यह भी एक तरह का कोरोना वायरस ही है.  इसे COVID से भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है. डब्ल्यूएचओ ने आगे कहा कि मानव-से-मानव संचरण संभव है और मुख्य रूप से निकट संपर्क और स्वास्थ्य देखभाल सेटिंग्स में हुआ है.
 
कैसे फैलता है वायरस?
यह वायरस इस बीमारी से ग्रसित ऊंटों के संपर्क में आने से फैलता है. ऐसे में लोगों को ऊंटों के नजदीक आने या ऊंट के दूध से बने उत्पादों का सेवन करने से फैलता है. इसके अलावा एक संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क में आने से भी इसका खतरा बढ़ जाता है.  

ये भी पढ़ेंः राजीव गांधी फाउंडेशन क्या है? क्या करता है काम और चीन से कनेक्शन के क्यों लगे आरोप

क्या हैं कैमल फ्लू के लक्षण?
कैमल फ्लू में लोगों को सांस लेने तकलीफ, बुखार, खांसी और दस्त जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं बुजुर्गों, किडनी के मरीज, कैंसर के मरीज, डायबिटीज के मरीजों को इस बीमारी का सबसे ज्यादा खतरा हो सकता है. अभी कतर में एमईआरएस के 28 केस दर्ज किए गए हैं. कतर में यह संक्रमण प्रति 10 लाख लोगों पर 1.7 है. जिन लोगों को इस बीमारी से ज्यादा खतरा है उन्हें ड्रोमेडरी (एक कूबड़ वाला) ऊंटों से दूर रहने की सलाह दी गई है.  

कैसे करें बचाव 
अभी तक इस बीमारी की कोई दवा या वैक्सीन नहीं आई है. ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वह ऊंटों से दूर रहें. इसके अलावा लोगों को कच्चा मांस ना खाने और साफ सफाई की सलाह दी गई है. लोगों का सलाह दी गई है कि जानवरों को छूने के बाद अच्छे से हाथ जरूर धोएं. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर 

FIFA Camel Flu Qatar Doha fifa world cup 2022