डीएनए हिंदी: यूक्रेन की राजधानी कीव में सोमवार को ड्रोन हमले (Drone Attack) किए गए. ये आत्मघाती ड्रोन थे. इन्हें कमिकेज ड्रोन (Kamikaze Drone) कहा जाता है. इन हमलों में कई रिहायशी और व्यावसायिक इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा. 'कमिकेज' के ज़रिए आत्मघाती हमले द्वितीय विश्व युद्ध (World War 2) में जापान की रणनीति की याद दिलाते हैं जब जापानी पायलट अपने फाइटर प्लेन में गोला-बारूद भरकर दुश्मन के इलाके में घुस जाते थे और ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाते थे.
यूक्रेन के पलटवार की वजह से रूस को नए सिरे से हमले करने में दिक्कतें होने लगी हैं. इनका तोड़ निकालने के लिए रूस ने अब कमिकेज ड्रोन्स की मदद लेनी शुरू कर दी है. सोमवार को ही रूस का एक फाइटर प्लेन कीव के रिहायशी इलाके में क्रैश कर गया. इसके बाद रूस ने एक बार फिर से ड्रोन हमले किए. इन ड्रोन हमलों में 8 लोग मारे गए. आइए समझते हैं कि ये कमिकेज है क्या?
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Kamikaze क्या है?
कमिकेज का शाब्दिक अर्थ है आत्मघाती. यानी ऐसे विमान, ड्रोन या फाइटर प्लेन जो हमले के साथ ही खुद भी नष्ट हो जाएं और हमला करके वापस न लौटें. कमिकेज वर्जन के ड्रोन इसी सिद्धांत पर काम करते हैं. ये ड्रोन अपने लक्ष्य के आसपास कुछ देर तक उड़ते हैं, लक्ष्य की अच्छे से पहचान करते हैं और निशाना सही होने पर सही समय पर हमला करते हैं.
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यूक्रेनी सेना के एक अधिकारी का कहना है कि ये ड्रोन काफी धीमे होते हैं लेकिन ये इतने ताकतवर और विस्फोटक होते हैं कि इनका हमला एक मिसाइल जितना होता है. ईरानी के शाहेद ड्रोन ऐसी ही कैटगरी के हैं. धीमे उड़ने वाले ये ड्रोन ज्यादा ऊंचाई पर नहीं जाते. इनमें जीपीएस लगा होता है इसलिए ये अपने टारगेट को अच्छे से पहचान लेते हैं. नीचे उड़ने की वजह से एयर डिफेंस सिस्टम भी इन्हें नहीं पकड़ नहीं पाते.
रूस ने खरीदे हैं 1,000 शाहेद ड्रोन
इनके खतरनाक होने का कारण यह है कि अगर दुश्मन की सेना इन्हें देख भी ले तब भी ये अपना काम कर जाते हैं. इन ड्रोन को मार गिराए जाने पर भी इनमें इतना भारी विस्फोट होता है कि उससे दुश्मन देश को काफी नुकसान हो जाता है. अमेरिका के मुताबिक, रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए रूस ने ईरान से कम से कम 1,000 शाहेद ड्रोन खरीदे हैं.
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संख्या ज्यादा होने की वजह से ये ड्रोन झुंड में हमला करते हैं. रूस का मानना है कि इस तरह का हमला करने से वह यूक्रेन के ऐंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम को तबाह कर सकता है. अभी तक रूस हवाई हमलों के मामले में ज्यादा मजबूत नहीं था लेकिन कमिकेज ड्रोन की मदद से वह इस क्षेत्र में भी आगे बढ़ने की दिशा में काम कर रहा है.
शाहेद ड्रोन की खासियत है कि ये इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग और ऐंटी एयरक्राफ्ट तोपों को भी चकमा दे सकते हैं. अब यूक्रेन के सामने चुनौती खड़ी हो गई है कि वह सीमित एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कैसे करे. ये ड्रोन सैकड़ों किलोमीटर तक या घंटों तक उड़ सकते हैं. अब इनको टक्कर देने के लिए यूक्रेन भी इजरायल जैसे देशों का मुंह ताक रहा है ताकि उसे ऐसे एयर डिफेंस सिस्टम मिल जाए जो कमिकेज को रोक सके.
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