Deepak Subhash Jadhav कौन हैं, जिन पर Kim Jong Un के लिए काम करने का है आरोप

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 10, 2022, 09:16 PM IST

Deepak Subhash Jadhav पर अमेरिका ने उत्तर कोरिया का साथ देने का आरोप लगाया है.

North Korea की सरकार के लिए काम करने के आरोप में अमेरिका ने दो लोगों और सात कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. इनमें दीपक भी शामिल हैं.

डीएनए हिंदी: उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) लगातार मिसाइलों को परीक्षणों से अमेरिका को ठेंगा दिखा रहे हैं. इसके चलते अब अमेरिका ने उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस कवायद में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने सात कंपनियों और दो लोगों पर प्रतिबंध लाने की घोषणा की, जिनमें एक भारतीय नागरिक दीपक सुभाष जाधव (Deepak Subhash Jadhav) भी शामिल हैं. दीपक और अन्य पर आरोप हैं कि वे किम जोंग उन के लिए कमा कर रहे हैं. वे उत्तर कोरिया सरकार के मालिकाना हक वाले एनिमेशन कंपनी SEK Studio को बेहद सस्ती श्रम लागत में मटीरियल सपोर्ट उपलब्ध करा रहे हैं, जिसका उपयोग दुनिया भर में किम जोंग उन के प्रोपेगैंडा को फैलाने में किया जा रहा है. इसके चलते दीपक और प्रतिबंध के दायरे में आए अन्य कंपनियां उत्तर कोरिया के मानवाधिकार हनन में सहयोगी बन गई हैं. 

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मानवाधिकार दिवस पर लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने प्रतिबंध लगाने की घोषणा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या और इंटरनेशनल एंटीकरप्शन-डे के मौके पर शुक्रवार को की. प्रतिबंध के दायरे में दीपक सुभाष जाधवा के अलावा फ्रांस के किम म्योंग चोल (Kim Myong Chol), हांग कांग की कंपनी एवरलास्टिंग एंपायर लिमिटेड, टियान फांग (हांगकांग) होल्डिंग लिमिटेड, चीन की फुजियान नान इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट कंपनी, रूस की लिमिटेड लायबिल्टी कंपनी काइनोटिस और सिंगापुर की कंपनी फुनसागा पीटीई लिमिटेड, चीन की यानचेंग थ्री लाइन वन पॉइंट एनिमेशन कंपनी लिमिटेड और क्वांगझू यियांगजिन इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट ट्रेड कंपनी शामिल हैं. 

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फुनसागा प्राइवेट लिमिटेड के भारतीय निदेशक हैं दीपक

दीपक सुभाष जाधव सिंगापुर की कंपनी फुनसागा पीटीई लिमिटेड के भारतीय निदेशक हैं. उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, वे कंपनी में CEO की हैसियत में हैं. अपने प्रोफाइल में उन्होंने खुद को एनिमेशन इंप्रेसियो बताया है, जो एनिमेशन व फिल्म इंडस्ट्री के क्षेत्र में 20 साल से ज्यादा अनुभव रखता है. फुनसागा से पहले दीपक 7 अन्य कंपनियों में भी बड़े पदों पर रह चुके हैं. उन्होंने महाराष्ट्र के ठाणे शहर में इंडियन टेक्निकल इंस्टिट्यूट से इंडस्ट्रियल पेंटिंग में डिप्लोमा कोर्स किया है.

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दीपक ने ही किया था SEK स्टूडियो से कांट्रेक्ट

यूएस डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी के मुताबिक, दीपक ने उत्तर कोरिया सरकार के SEK स्टूडियों के साथ एक कांट्रेक्ट किया था, जिसमें उनकी कंपनी SEK के साथ एक एनिमेशन प्रोजेक्ट प्रोड्यूस करेगी. इसके लिए दीपक की कंपनी को SEK स्टूडियो की तरफ से पेमेंट क्वांगझू यियांगजिन इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट ट्रेड कंपनी और यानचेंग थ्री लाइन वन पॉइंट एनिमेशन कंपनी लिमिटेड के जरिये की गई है. 

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ट्रेजरी ने बताया कि SEK के एक अधिकारी के मुताबिक, दीपक ने क्वांगझू यियांगजिन इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट को 15,000 अमेरिकी डॉलर और फुनसागा पीटीई लिमिटेड ने SEK स्टूडियो को 50,000 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा की रकम भेजी थी. यह रकम उस फंड का हिस्सा थी, जो टियान फांग होल्डिंग्स को ट्रांसफर किया गया था. काइनोटिस LLC ने फुजियान नानान इंपोर्ट एंड एक्सपोर्ट को 100,000 अमेरिकी डॉलर ट्रांसफर किए थे, जो SEK स्टूडियो के सहयोगी के तौर पर काम कर रही थी. यह सारा भुगतान एक एनिमेशन प्रोजेक्ट के लिए थे.

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