Nusrat Mirza कौन है? आखिर क्यों फंस गए पूर्व उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी? समझिए पूरा मामला

नीलेश मिश्र | Updated:Jul 15, 2022, 02:55 PM IST

हामिद अंसारी पर बीजेपी ने लगाए गंभीर आरोप

Hamid Ansari Nusrat Mirza: बीजेपी ने पूर्व उपराष्ट्रपति डॉ. हामिद अंसारी को घेरते हुए कहा है कि वह अपने गलत कामों पर पर्दा नहीं डाल सकते कि सारी जिम्मेदारी तत्कालीन सरकार की थी.

डीएनए हिंदी: भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति डॉ. हामिद अंसारी (Hamid Ansari) पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गंभीर आरोप लगाए हैं. बीजेपी का कहना है कि पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्ज़ा (Nusrat Mirza) ने हामिद अंसारी के बारे में जो कहा है उसपर उन्हें सच्चाई बतानी चाहिए. आरोप है कि हामिद अंसारी ने नुसरत मिर्जा को कई बार भारत बुलाया और नुसरत मिर्जा ने पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) को संवेदनशील जानकरी दी. हाल ही में नुसरत मिर्जा ने कहा था कि जब हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति थे तब वह कई बार भारत आया. इस पर हामिद अंसारी ने कहा है कि मेहमानों को बुलाने का काम उस वक्त की सरकार का था उनका नहीं.

बीजेपी ने हामिद अंसारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि देश के संवैधानिक पद पर रहे व्यक्ति का पूरा सम्मान है लेकिन भारत का हित सर्वोपरि है उससे ऊपर कोई नहीं है. बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अगर पूर्व उपराष्ट्रपति के पास इस मामले को लेकर कोई गोपनीय जानकारी है तो उन्हें सरकार के साथ साझा करना चाहिए. भाटिया ने कहा कि दो दिन पहले नुसरत मिर्जा मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी और हामिद अंसारी से कुछ सवाल पूछे थे लेकिन हामिद अंसारी ने सारा ठीकरा तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर फोड़ते हुए जवाब दिया कि उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में जो गेस्ट बुलाए जाते हैं वे सरकार की सलाह से बुलाए जाते हैं.

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कौन है नुसरत मिर्जा?
नुसरत मिर्जा एक पाकिस्तानी पत्रकार है. हाल ही में एक इंटरव्यू में नुसरत मिर्जा ने जो दावे किए हैं उनकी वजह से भारत में राजनीति शुरू हो गई है. नुसरत मिर्जा ने दावा किया है कि वह भारत के कई शहरों में जा चुका है लेकिन भारत के बारे में उसकी जानकारी को पाकिस्तान में किसी ने गंभीरता से नहीं लिया. नुसरत ने बताया कि उसने भारत में कांग्रेस के कई नेताओं से मुलाकात की जिसमें हामिद अंसारी भी शामिल थे.

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इसी मामले में बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की मजबूत लड़ाई में सबसे कमजोर कड़ी विपक्ष और कांग्रेस पार्टी है. उन्होंने कई कार्यक्रमों और पाकिस्तानी जासूस के भारत के कई शहरों में जाने, एक विश्वविद्यालय का दौरा करने और एक विशेष कार्यक्रम में उस व्यक्ति को नहीं बुलाए जाने का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि आतंकवाद से कैसे लड़ना है, यह कांग्रेस पार्टी आईएसआई के एजेंट से सीख रही थी. 

'कार्यक्रम में जाने से इनकार कर सकते थे हामिद अंसारी'
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर आरोप लगाते हुए बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि 2010 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति के ऑफिस से फोन कर आयोजकों को नुसरत मिर्जा को आमंत्रित करने के लिए कहा गया था. उन्होंने हामिद अंसारी पर गलत जवाब देने का आरोप लगाते हुए कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है, अगर वह चाहते तो इस कार्यक्रम में जाने से मना कर सकते थे या नुसरत मिर्जा को उस कार्यक्रम में नहीं बुलाने का दवाब डाल सकते थे.

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गौरव भाटिया ने आतंकवाद के विषय पर आयोजित अंतर राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस की एक तस्वीर दिखाते हुए (जिसमें तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और नुसरत मिर्जा बैठे हैं) एक बार फिर से हामिद अंसारी और कांग्रेस के साथ-साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए जवाब मांगा है. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुंबई पर हुए आतंकी हमले के दौरान तत्कालीन गृह मंत्री शिवराज पाटिल बंद गले का सूट बदल रहे थे, राहुल गांधी पार्टी कर रहे थे और उसके एक साल के भीतर ही पाकिस्तानी एजेंट को इस तरह के कॉन्फ्रेंस में बुलाकर देश की अखण्डता को नुकसान पहुंचाया जा रहा था.

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Hamid Ansari ISI bjp congress Vice President