डीएनए हिंदी: मशहूर व्हिसलब्लोअर डेनियल एल्सबर्ग का निधन हो गया है. 92 साल के हो चुके डेनियल को अमेरिका की पोल खोलने वाले एनलिस्ट के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक, वियतनाम युद्ध के समय डेनियल ने ही कुछ ऐसे खुलासे किए थे जिनसे अमेरिका का असली चेहरा सबके सामने आ गया था. हाल ही में इसी तरह यूक्रेन युद्ध के भी कई राज सामने आए थे.
डेनियल ने वियतनाम युद्ध में भी हिस्सा लिया था लेकिन बाद में उनका हृदय परिवर्तन हो गया. इस वजह से उन्होंने पेंटागन पेपर्स लीक के जरिए अमेरिकी सरकार की पोल खोल दी. यही वजह थी कि अमेरिका ने उन्हें सबसे खतरनाक शख्स घोषित कर दिया. अब कई साल तक कैंसर से जूझने के बाद कैलिफोर्निया में उनका निधन हो गया है.
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1971 में खुलासे के बाद पीछे पड़ गई थी अमेरिकी सरकार
डेनियल एल्सबर्ग ने अपने खुलासे में बताया था कि अमेरिकी सरकार किस तरह लोगों को गुमराह करती थी और झूठ बोलती थी. बाद में वह व्हिसलब्लोअर्स के वकील बन गए. उनके पेंटागन पेपर लीक को 2017 में आई फिल्म 'द पोस्ट' में दिखा गया था. बता दें कि साल 1971 में वियतनाम युद्ध खत्म होने के बाद एल्सबर्ग चुपके से मीडिया के पास चले गए थे. इसके बाद तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन का प्रशासन उनके पीछे पड़ गया था.
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उस समय अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रहे हेनरी किसिंजर ने एल्सबर्ग को सबसे खतरनाक आदमी करार दिया था. 1971 में एल्सबर्ग ने खुलासा किया था कि जॉन एफ कैनेडी ने वियतनाम को उखाड़ फेंकने के लिए यह युद्ध थोपा था.
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