हजारों कत्ल, इस्लामिक स्टेट का सबसे खौफनाक चेहरा, जानिए कौन था अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 01, 2022, 08:44 AM IST

इराक और सीरिया में सिमटने लगे हैं इस्लामिक स्टेट के पांव. (सांकेतिक तस्वीर)

अबू हसन अल-हाशिमी अल-कुरैशी, आतंकवाद की दुनिया का नया लीडर था. वह अबु बकर अल-बगदादी का भाई था. IS में उसकी तूती बोलती थी.

डीएनए हिंदी: दुनिया का सबसे कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के नेता अबू अल-हसन अल-हाशमी अल-कुरैशी (Abu al-Hassan al-Hashemi al-Quraishi) मारा गया है. एक ऑडियो मैसेज में दुनिया के सामने यह जानकारी सामने आई है. अल-कुरैशी की जिंदगी हमेशा से किसी रहस्य की तरह रही है. बहुत कम लोग उसके बारे में जानते हैं.  अल-कुरैशी इस साल मारा जाने वाला इस समूह का दूसरा नेता है और यह इस आतंकी समूह के लिए बड़ा झटका है. किसी ने उसकी मौत की जिम्मेदारी नहीं ली है. IS प्रवक्ता अबू उमर अल-मुजाहिर ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जब IS सीरिया और इराक के हिस्सों में घातक हमलों को अंजाम देने की फिराक में है.

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अल-मुजाहिर ने कहा कि अबू अल-हुसैन अल-हुसैनी अल-कुरैशी को समूह का नया नेता बनाया गया है. आईएस संस्थापक अबू बक्र अल-बगदादी अक्टूबर 2019 में उत्तर पश्चिम में एक हमले में मारा गया था. उसके बाद कुरैशी को यह जिम्मेदारी मिली थी.

अबू अल-हसन अल-हाशमी अल-कुरैशी कौन था?

मार्च 2022 में, अल-कुरैशी को इस्लामिक स्टेट का नया नेता बनकर उभरा था. साल 2010 के बाद से इस्लामिक स्टेट ने इराक और सीरिया को तबाह कर दिया था. यह कुख्यात संगठन तेजी से कई देशों में फैला था. संगठन के कारनामे सुनकर लोग सन्न रह जाते थे.

सामूहिक फायरिंग, नरसंहार और लोगों के सिर काटने के वीडियोज उस दौरान अक्सर सामने आते थे. इंटरनेट पर तेजी से फैलने वाले वीडियोज में इस्लामिक स्टेट के वीडियो अव्वल रहते थे.  अबू बकर अल-बगदादी ने 2014 में इराक के मोसुल में ऐलान कर दिया था कि वह मुसलमानों का खलीफा है. अल हाशमी अल कुरैशी उसी का भाई है. 

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जब अल हुसैन अल हुसैनी अल कुरैशी का नाम मार्च 2022 में सामने आया था, तब यह कहा जा रहा था कि अब IS का अस्तित्व अपने खात्मे की ओर है. बगदादी की मौत के बाद यह संगठन कमजोर हो गया था.

बगदादी का भाई और इस्लामी सलाहकार था यह शख्स

लेकिन यह महज भ्रम ही था. संगठन का काम चलता रहा. बाद में पता चला कि अल-कुरैशी अल-बगदादी का भाई था. रॉयटर्स ने बताया कि अल-कुरैशी का असली नाम जुमा अवद अल-बद्र लोग जान रहे थे. एक इराकी सुरक्षा अधिकारी ने कहा, बदरी एक कट्टरपंथी है जो 2003 में सलाफी जिहादी समूहों में शामिल हो गया था. यह हमेशा बगदादी के साथ रहता था और उसका इस्लामी सलाहकार था.

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कुरैशी भी खुद को पैंगमर का वंशज बताता रहा है. जिहादियों के बीच उसे इसी वजह से सम्मान मिलता गया और इसे भी बगदादी की तरह स्वीकृति मिलती गई. अब इस्लामिक स्टेट का आतंक सिमटता जा रहा है. अब इस्लामिक स्टेट को एक और बड़ा झटका लगा है.

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ISIS Abu al-Hassan al-Hashimi al-Qurayshi